चीन में कोरोना वायरस रुकने की वजह

भले ही कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन से हुई है लेकिन इसके वाबजूद भी कुछ ही महीनों के भीतर ही इस महामारी को चीन ने अपने देश में काबू कर लिया है. वो इस बीमारी को सफलतापूर्वक रोकने में बहुत हद तक सफल भी हो चुके हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं की आखिर चीन की सरकार ने ऐसा क्या किया जिससे की चीन में कोरोना वायरस रुकने की वजह बन गयी? आखिर क्यूँ कोरोनावायरस और फैलने से रुक सी गयी चीन में, इसके पीछे का कारण क्या हैं? ऐसे क्या कदम उठाये गए चीन सरकार के द्वारा जिससे की वो इस COVID-19 को ओर फैलने से रोक पाई?

यदि आपको इन सभी सवालों के जवाब की तलाश हैं तब आपको यहाँ इस article में इन सभी की पूरी जानकारी बेहद ही सरल भाषा में पढने को मिल जाएगी. ऐसे में भारत तथा अन्य देशों में भी इसीप्रकार के बड़े कदम उठाने की जरुरत हैं जिससे की सभी देश चीन की ही तरह इस खतरनाक महामारी (COVID-19) को रोकने में सक्षम बन सके. तो बिना देरी किये चलिए जानते हैं की आखिर ऐसे कौन से कदम है जिन्हें की चीन सरकार ने समय चलते लिए जिससे की वो इस बीमारी को कई हद तक रोक पाये. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं चीन में कोरोना वायरस रुकने का कारण क्या था.

कोरोना वायरस का महातांडव

china me coronavirus rukne ki wajah

सुनने में आया है की January 20 में चीन के वुहान शहर में सबसे पहला कोरोना वायरस का मरीज चिन्हित किया गया था. वहीँ इसके कुछ दिनों के बाद ही पुरे चीन में ऐसे सेकड़ों और cases भी सामने आ गए, जिसके चलते चीन सरकार को पुरे देश में Lockdown की जरुरी घोषणा करनी पड़ी. चीन सरकार की इस कोशिश की बदौलत चीन ने Coronavirus को अपने काबू में करने में बहुत हद तक सक्षम भी हो गया.

फिर इतनी कोशिश के वाबजूद भी चीन के नागरिकों को बहुत बड़ा नुकशान उठाना पड़ा. ऐसा इसलिए क्यूंकि ये वायरस बहुत ही कम समय में हजारों के तादाद में नागरिकों को ग्रषित करने में सक्षम हो गया. इतना सब होने के वाबजूद भी चीन में Coronavirus की Stage 3 तक पहुँचाने में सक्षम हो गया. वहीँ भारत में कोरोना वायरस को लेकर कई प्रकार की अफवाहें अब भी मेह्ज्दु हैं. वहीँ जरुरत है की इन्हें समय रहते नियंत्रण में लाया जाए. ऐसे में सरकार पूरी प्रयत्न कर रही है इसे रोकने के लिए.

चीन में कोरोना वायरस रुकने का असली वजह क्या है?

चीन में Coronavirus रुकने का असली वजह यह है की इस बीमारी को रोकने के लिए सरकार को एक बहुत ही बड़ा और controversial कदम लिया गया जो की है Wuhan और इसके आसपास के सहरों को Lock Down करना. जिसके चलते उस समय लगभग 50 million लोगों को एक mandatory quarantine के तहत अपने ही घरों में बंदी बना दिया गया. इस Lockdown की प्रक्रिया को 23 January 2020 से पूरी तरह से लागु कर दिया गया था.

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इसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति अब देश के दुसरे राज्यों तक जा नहीं सके जिसके चलते बीमरी को बहुत हद तक रोकने में चीन सक्षम भी हो गया. वहीँ ऐसे समय में चीन के दुसरे जगहों में भी लोगों को भी voluntarily quarantined किया गया और साथ में उन्हें monitored किया गया चुने हुए leaders के द्वारा उनके इलाके के.

चीन सरकार ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए कौन कौन से कदम उठाये?

चीन सरकार ने दो dedicated hospitals बना डाले Wuhan city में वो भी केवल 1 सप्ताह के भीतर. वहीँ देशभर के Health care workers को इस outbreak center में भेजा गया. वहीँ सरकार ने launch किया कई unprecedented effort (बेमिशाल कोशिश) जिससे की वो trace कर पायें contacts वो भी confirmed cases के. वहीँ Wuhan शहर में ही केवल 1800 teams से ज्यादा को नियोजित किया गया.

वहीँ इसके इलावा aggressive “social distancing” measures को implement किया गया पुरे देश में, जिसके तहत पुरे देश में सभी प्रकार के sporting events और theaters को बंद कर दिया गया. वहीँ schools को लम्बे समय तक बंद कर दिया गया. साथ में काफी businesses को बंद भी कर दिया गया. कोई भी नागरिक जो की बाहर जाना चाहता हो उन्हें बाध्य रूप से Mask पहनने के ऊपर जोर दिया गया.

दो बहुत ही ज्यादा इस्तमाल किये जाने वाली mobile phone apps, जो की हैं AliPay और WeChat, इन दोनों ने काफी मदद की restriction को enforce करने के लिए. ऐसा इसलिए क्यूंकि इन्होने सरकार को allow कर दिया लोगों के गतिविधियों को Track रखने के लिए और यहाँ तक की उन infected लोगों को यात्रा करने से रोकने के लिए भी. इस प्रक्रिया में प्रत्येक लोगों को बाँट दिया गया है एक Traffic Light System के हिसाब से. जिसमें की Mobile Phones को Color codes प्रदान किये गए हैं — जिसमें green, yellow, या red designate करती हैं एक इन्सान का health status — जिससे सरकार के प्रतिनिधियों को ये मालूम पड़ता है की वो कहाँ पर स्तिथ हैं और किस train stations और checkpoints में मेह्जुद हैं.

इन सभी चीज़ों को लागु करने पर नागरिकों की Public life को काफी हद तक कम कर दिया गया है. लेकिन ये सभी कोशिशें काम कर रही हैं. जिसके परिणाम स्वरुप, infected लोग बहुत ही कम दुसरे लोगों को infect कर पा रहे हैं वहीँ वो केवल अपने घरों पर ही रह रहे हैं.

इस प्रकार से अब लोग केवल अपने घरों पर ही शिमित रह रहे हैं जिससे वायरस को कहीं ओर जाने का मौका ही नहीं मिलता है जिससे transmission की chain वहीँ पर ख़त्म हो जाती है. कुल मिलाके बात करें तब एक combination वो भी अच्छी social distancing और quarantining के जरिये और साथ में on-the-ground machinery के मदद से वो भी neighborhood level में, इसके साथ AI [artificial intelligence] big data का पूर्ण इस्तमाल से काफी हद तक कोरोना वायरस को रोका जा सका.

बस ऐसे ही उपायों का यदि सभी देश अपने नागरिकों पर पालन करें तब कोरोना वायरस को काफी हद तक आसानी से रोका जा सकता है.

कोरोना वायरस रुकने का कारण

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख चीन में कोरोना वायरस रुकने की वजह क्या है जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को कोरोना वायरस का तांडव  के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है.

इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं.

यदि आपको यह post कोरोना वायरस को कैसे रोका जाये पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter और दुसरे Social media sites share कीजिये.

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Prabhanjan Sahoo

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मैं Prabhanjan, HindiMe का Technical Author & Co-Founder हूँ। Education की बात करूँ तो मैं एक Enginnering Graduate हूँ। मुझे नयी नयी Technology से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।

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