Laser printer एक ऐसा printer होता है जो की एक focused beam या light का इस्तमाल करता है text और images को transfer करने के लिए paper पर.
वहीँ लेकिन लोगों की एक popular belief ठीक उलटी है, की उन्हें लगता है की laser असल में images को paper पर actually burn कर देता है. लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है, क्यूंकि paper जब pass करता है printer से, तब ऐसे में laser beam fire होता है एक cylindrical drum के surface में जिसे की एक photoreceptor कहा जाता है.
इस drum में एक electrical charge (typically positive) होता है, जो की उन क्षेत्रों में reverse हो जाता है जहाँ की laser beam hit करता है. इस प्रकार के charge reversing के होने से drum के कुछ जगहों पर, laser beam आसानी से patterns को print कर सकता है (जैसे की text और pictures) वो भी photoreceptor पर.
एक बार pattern को create किया जाता है drum पर, फिर इन्हें coat किया जाता है toner में, जो की एक toner cartridge से आता है. ये toner ज्यादातर black रंग के होते हैं सभी cartridges में, लेकिन वहीँ कुछ जगहों में ये cyan, magenta, और yellow रंग के भी होते हैं color laser printers में.
ये positively charged toner cling कर जाते हैं उन areas में drum के जो की negatively charged होते हैं laser के द्वारा. जब paper pass होता है printer के द्वारा, तब ऐसे में drum को एक strong negative charge प्रदान किया जाता है, जो की allows करता है toner को transfer और stick होने के लिए paper में. परिणाम स्वरुप एक clean copy की image छप जाता है paper में.
चूँकि laser printers ink का इस्तमाल नहीं करते हैं, ऐसे में उनकी कम ही image smearing problems होती है एक inkjet printers की तुलना में और ये काफी तेजी से pages को print करने में सक्षम होती हैं.
वैसे laser printers और toner cartridges typically ज्यादा कीमती होते हैं inkjet printers और ink cartridges की तुलना में, लेकिन ज्यादातर laser toner cartridges काफी ज्यादा चलते हैं दुसरे ink cartridges की तुलना में, जो की इनकी cost per page को समान बना देता है.
यही कारण है की businesses अक्सर laser printers का इस्तमाल करते हैं, वहीँ consumers अक्सर inkjet printers का. Laser printers की typically resolution होती है 600 dpi (dots per inch) या उससे ज्यादा भी.