SATA का Full Form होता है “Serial Advanced Technology Attachment,” या “Serial ATA.” यह एक ऐसा interface है जिसका इस्तमाल होता है connect करने के लिए ATA hard drives को एक computer के motherboard के साथ.
SATA transfer rates शुरू होता है 150MBps से, जो की काफ़ी significantly faster होती है यहाँ तक की fastest 100MBps ATA/100 drives तक भी. यही कारण है की, Serial ATA ने replace कर दिया है previous standard, Parallel ATA (PATA) को, जो की मेह्जुद थी सन 1980s से.
Faster transfer rates के होने के साथ साथ, SATA interface की काफ़ी ज्यादा advantages होती है PATA interface के ऊपर. जैसे की, SATA drives में हरेक की अपनी ही independent bus मेह्जुद होती है, ऐसे में किसी भी प्रकार की competition नहीं होती है bandwidth को लेकर जैसे की Parallel ATA में होती है. वहीँ ये इस्तमाल करते हैं smaller, thinner cables, जो की allow करती है बेहतर airflow computer के भीतर में.
SATA cables काफ़ी लम्बी होती है करीब 1 meter तक, वहीँ PATA cables की max लम्बाई 40cm थी. इससे manufacturers को ज्यादा liberty मिलती है जब वो उनके computers की internal layout की designing कर रहे होते हैं. Finally, Serial ATA इस्तमाल करती है केवल 7 conductors, वहीँ Parallel ATA इस्तमाल करती हैं 40. इसका मतलब की SATA devices में electromagnetic interference होने के काफ़ी कम उम्मीद होती है.
Summary में कहें तब, Serial ATA काफी ज्यादा बेहतर, ज्यादा efficient interface होती है पुराने PATA standard की तुलना में. अगर आप एक नया computer लेना चाहते हैं जो की support करती हो fast hard drives को, तब ऐसे में आप एक SATA interface वाली ही खरीदनी चाहिए.