Machine learning, या जिसे की commonly abbreviate किया जाता है “ML,” यह एक प्रकार का artificial intelligence (AI) होती है जो की खुद से “learns” करती है या समय के साथ ढल भी जाती है. किसी Static Rules को follow करने के बदले में जो की एक program में coded होते हैं, ML technology identify करती है input patterns और उसमें मेह्जुद algorithms समय के साथ evolve भी करते हैं.
Machine learning की काफ़ी बड़ी variety के applications हैं, वहीँ उनमें से काफ़ी सारे आज हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा भी हैं. नीचे कुछ ऐसे ही उदाहरण प्रदान किये गए हैं:
1. Medical diagnoses
2. Autonomous vehicles
3. Online ad targeting – Google AdSense और Facebook Advertising
4. Speech recognition – Google Assistant, Amazon Alexa, Microsoft Cortana, और Apple Siri
5. Image recognition – Google image search, facial recognition Facebook पर और Apple Photos में
Self-Driving Vehicle का उदाहरण
Autonomous vehicles में machine learning को साथ समाया जाता है जिससे की safety और reliability को बढाया जा सके. एक self-driving car इस्तमाल करता है ऐसे बहुत से traditional artificial intelligence जो की आसानी से respond कर सकती है किसी भी पराक्र के road conditions को, अगर उसे उस हिसाब से programmed किया गया हो उन्हें handle करने के लिए. वहीँ अगर software को कोई unrecognized input प्राप्त होती है, तब ऐसे में car अपने आप ही default की स्तिथि में चला जाता है जिससे की वो backup safety measure का अवलंबन करता है, जैसे की slowing down करना, stopping करना, या एक manual override की जरुरत जाहिर करना इत्यादि.
Machine learning एक vehicle को enable करती है ऐसे events और objects को recognize करने के लिए जिन्हें की पहले से explicitly programmed नहीं किया गया है source code में. उदाहरण के लिए, एक car को programmed किया गया हो street lights को recognize करने के लिए, लेकिन शायद flashing lights के बारे में कुछ भी न बताया गया हो जो की construction barricades में होते हैं. ऐसे में ये experience से इस विषय में learn करती है — वो भी possibly एक इंसानी driver के driving behaviour को record करती है — ऐसे में car अपने आप ही अब recognize करने लगती है construction barriers और उस हिसाब से respond भी करने लगती है.
ML technology ही वो technology है जो की इन autonomous vehicles को enable करती है की वो differentiate कर सकें road में स्तिथ objects को जैसे की cars, bikes, humans, और जानवर. वहीँ ये automobiles की मदद करती है की वो ज्यादा reliably drive कर पायें imperfect weather conditions में भी और ऐसे roads पर भी जहाँ की clear lines मेह्जुद नहीं है. Machine Learning का मुख्य goal यह है की वो Vehicles (गाड़ियों) को enable करें की वो इंसानों के तरह drive करे वो भी बिना कोई mistake किये जो की अक्सर हम इन्सान करते रहते हैं.