N-key rollover, या “NKRO,” यह एक feature है high-end keyboards का जो की detect करता है सभी keystrokes को फिर चाहे आप कितनी भी keys को क्यूँ न press किये हुए हो simultaneously. ये ensure करता है की प्रत्येक keystroke को record किया जाते और जिससे की “ghosting” को दूर किया जा सके, जिसमें की extra keystroke को register हो जाने की संभावनाएं है जब multiple keys को एक साथ pressed किया जाता है.
एक basic keyboard में, electrical connections जो होती है base of the keys से लेकर keyboard output (typically एक USB connection) तक वो आपस में intersect कर सकती है. अगर आप press करते हैं multiple keys वो भी एक ही समय में, तब keyboard register करता है कुछ keystrokes लेकिन सभी नहीं. Ghosting तब होता है जब data दो या उससे ज्यादा keystrokes से आपस में combined हो जाते हैं और input register करते हैं एक key से अगर आप press नहीं करते हैं तब.
ज्यादातर keyboards के कुछ level के rollover होते हैं, मतलब की वो support करते हैं multiple simultaneous keystrokes. उदाहरण के लिए, एक inexpensive keyboard में शायद 5-key rollover हो सकते हैं, वहीँ लेकिन दुसरे में 8-key rollover भी हो सकते हैं. इस प्रकार की rollover को “x-key rollover” कहा जाता है जहाँ की x equal होता है number of keys के साथ जिन्हें की एक साथ press और record किया जा सकता है.
N-key rollover का मतलब है की ऐसी कोई limit नहीं है की कितनी keys को press और record किया जा सकता है एक ही बार में. यह feature को typically पाया जाता है high-end keyboards, जैसे की gaming keyboards जो की इस्तमाल होता है eSports में. यहाँ पर Gamers अक्सर काफी सारे keys को press कर देते हैं एक ही बार में जब वो कोई video games खेल रहे होते हैं, इसलिए ये जरुरी है की keyboard के लिए की वो register करे सभी input को accurately.
[su_note note_color=”#fff5de” text_color=”#000000″]ये USB interface initially केवल support करता है 6 simultaneous keystrokes plus 4 modifier keys को ही. Modern USB interfaces में ऐसे simultaneous keystroke limit नहीं पाई जाती है.[/su_note]