आप में ऐसे बहुत से लोग होंगे जिन्होंने की अपने जीवन में एक बार शतरंज का खेल तो खेल ही होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं की शतरंज का आविष्कार किसने किया ? यदि नहीं तो चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है.
क्योंकि आज हम जानेंगे की शतरंज का आविष्कार किसने किया. शतरंज एक ऐसा खेल है दोस्तों जिसे सभी लोग यानि बच्चे, बूढ़े और जवान खेल सकते हैं इसे लोगों को खेलने में भी बहुत आनंद आता है और ये मस्तिष्क को भी तेज़ करता है.
दोस्तों, हो सकता है के आप शतरंज न खेलते हो, लेकिन जब आप इस पूरी पोस्ट को पढेंगे तो आप शतरंज को ज़रूर खेलेंगे. ये खेल हमारे समाज में कठिन अथवा एक चुनौती माना जाता है. इस खेल को खेलने के लिए आपके पास तेज़ दिमाग होना बहुत आवश्यक है. तो बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं.
शतरंज क्या है?
शतरंज खेल एक ऐसा खेल है जिसे खेलने के लिए आपका तेज़ दिमाग होना ज़रूरी है. इस खेल में दो तरह के डिब्बे बने हुए होते हैं एक काला और एक सफ़ेद होता है जिसमे एक-एक गोटिया रखी जाती हैं. इस खेल में कुछ इस प्रकार नाम होते हैं – राजा, रानी, घोड़े, हाथी, प्यादे, आदि.
ये खेल उतना आसन नही है जितना सुनने में लगता है. यूँ तो दुनिया में बहुत से शारीरिक उर्जा लगाने वाले कई प्राचीन खेल मेहजूद हैं लेकिन शतरंज एक ऐसा खेल है जिसे एक जगह बैठकर और दिमाग की नसों पर जोर देकर खेला जाता है. शतरंज पर शोध कर चुके विशेषज्ञों का कहना है की ये एक ऐसा खेल है जो की प्राचीन लोगों की जिंदगी खुद दर्शाता है.
Wilhelm Steinitz शतरंज के पिता कहलाते हैं. बहुत समय पहले शिहराम नामक एक राजा ने भारत पर शासन किया था। वह एक निरंकुश था। इस समय के आसपास एक बुद्धिमान व्यक्ति ने राजा को दिखाने के लिए शतरंज के खेल का आविष्कार किया. हलाकि अभी तक किसी को नही पता की जो शतरंज का आविष्कार किस नामक आदमी ने किया.
शतरंज खेल का आविष्कार किसने किया?
शतरंज का आविष्कार किसने किया ये सठिक रूप से कह पाना बहुत मुश्किल है. लेकिन सूत्रों के अनुसार शतरंज का आविष्कार भारत में ही हुआ था छठी सताब्दी में. आज का मॉडर्न chess हमारे पुराने खेल चुतुरंग (chaturanga) से लिया गया है.
जो की उस समय बहुत ही प्रचलित था भारत में. शतरंज दुनिया का सबसे पुराना दिमाग लगाने वाला खेल है. हलाकि दुनिया में ऐसे शारीरिक उर्जा लगाने वाले कई खेल है, लेकिन शतरंज की बात ही कुछ और है.
शतरंज खेल का आविष्कार किस देश में हुआ?
शतरंज शब्द का आविष्कार भी भारत से हुआ है. शतरंज असल में चतुरंग खेल से प्रेरित है. चतुरंग खेल भारत से फारसी देशों में गया था. यात्रा के दौरान वहां पाया गया की की यहाँ “राजा” नाम जो की संस्कृत में भी “राजा” कहा जाता है उसको फारसी में बदलकर “शाह” कहा जाने लगा और इसी शाह से ही इसका नाम शतरंज पड़ गया.
आज हम जो शतरंज को अंग्रेजी में जो Chess शब्द काम में लेते हैं. वो फ्रांस के echec शब्द से निकला है.
शतरंज भारत में कब आया?
शतरंज खेल का कोई पुराना रिकॉर्ड नही है. लेकिन माना जाता है की शतरंज असल में भारत का ही खेल है औऱये चतुरंग खेल से विकसित हुआ है.
साथ ही ये भी पता चला की ये खेल 4000 वर्षों से हमारे बीच चलते आ रहा है. शतरंज प्रारंभिक दौर 6 वीं सताब्दी के आसपास भारत में आया. हमारे ही एक पूर्वज चतुरंगा ने इस आधुनिक खेल शतरंज की पहलुओ को दर्शाया था.
Modern Chess (आधुनिक चैस) शतरंज का पिता किसे कहा जाता है?
Modern Chess (आधुनिक चैस) शतरंज का पिता Wilhelm Steinitz को कहा जाता है.
आज आपने क्या सीखा
मुझे उम्मीद है की आपको मेरी ये लेख बहुत पसंद आई होगी. मेरी ये हमेशा कोशिश रहती है की रीडर्स को शतरंज का आविष्कार किसने किया इसकी जानकारी दी जाये ताकि उन्हें किसी और आर्टिकल या इन्टरनेट पर उस आर्टिकल को सन्दर्भ में खोजने की ज़रूरत नही है.
उससे आपकी समय की बचत भी होगी और उन्हें एक ही जगह पर सभी इनफार्मेशन भी मिल जाएगी. यदि आपको इस आर्टिकल को लेकर मन में कोई भी डाउट है तो उसे आप निचे कमेंट में पुच सकते हैं.
यदि आपको यह लेख की शतरंज का आविष्कार किस देश में हुआ था ये अच्छा लगा हो तो इसे सोशल नेटवर्क पर शेयर करें जैसे की फेसबुक, ट्विटर , Instagram, Linkden पर शेयर कीजिये.
hello sir
mujhe yeh post achha laga but sir main apse dil se ek baat kaha chahta hu
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