JFS एक 64-bit file system होता है जिसे की create किया गया है IBM के द्वारा. JFS का Full-Form होता है “Journaled File System.” वहीँ JFS का initial version (जिसे की JFS1 भी कहा जाता है) को develop किया गया था IBM’s AIX operating system के लिए और इसे release किया गया था सन 1990 में.
सन 2001 में, IBM ने release किया JFS2 (the Enhanced Journaled File System), और साथ में एक version JFS का जो की compatible था Linux operating system के साथ.
JFS का “journaled” aspect का मतलब है ऐसी file system को की tracks का ध्यान रखता है की क्या बदलाव हुए हैं files और folders में एक log file (या journal) में.
इस log का इस्तमाल किया जाता है backtrack करने के लिए कुछ बदलाव को अगर किसी case में कोई unexpected power failure या system crash हो जाता है, जो की रोकता है data को corrupt होने से.
उदाहरण के लिए, अगर एक file ऐसे प्रक्रिया में हो जैसे की is in move या delete होने के, ऐसे में जब एक computer crash करता है, तब उस journal का इस्तमाल किया जाता है file को restore करने के लिए उसके last stable state में.
वहीँ journal के अनुपस्थिति में, file truncate हो सकता है, जो की इसे unreadable बनाता है और साथ में दुसरे file system errors भी पैदा करता है.
ये Enhanced Journaled File System (JFS2) भी काफी similar होते हैं JFS के तरह, लेकिन ये support करते हैं ज्यादा बड़ी volumes और file sizes को.
उदाहरण के लिए, एक hard disk को यदि format किया जाये JFS से तब ये maximum one terabyte (TB) की size तक हो सकता है, वहीँ एक JFS2-formatted disk हो सकता है करीब 32 TB तक.
JFS की maximum file size थोड़ी कम होती है 64 gigabytes (GB) से, वहीँ JFS2 support करता है file sizes up to 16 TB तक. यह large file capacity बहुत ही महत्वपूर्ण होती है large databases को store करने के लिए जिन्हें की अक्सर contain किया जाता है एक single file में.
NOTE: JFS2 को support करता है AIX 5.1 और उसके बाद वाले version. वें इसे support किया जाता है Linux systems में जिसमें की “jfsutils” package installed हो.