Name server translate करती है domain names को IP addresses में. ये मुमकिन करता है एक user के लिए की वो website को access कर सकें बिना website की actual IP address के ही. उदाहरण के लिए, जब आप type करते हैं “www.microsoft.com,” तब request भेजे जाते हैं Microsoft’s name server जो की बदले में return करती है IP address Microsoft website की.
प्रत्येक domain name की कम से कम दो name servers listed होती है जब domain को register किया जाये. इन name servers को commonly कहा जाता है ns1.servername.com और ns2.servername.com, वहीँ “servername” Server का नाम होता है. जो पहला server listed होता है वो है primary server, वहीँ second server का इस्तमाल होता है backup server के तोर पर यदि first server respond न करें तब.
Name servers एक fundamental part होता है Domain Name System (DNS). ये allow करती है websites को इस्तमाल करने के लिए domain names वो भी IP addresses के स्थान पर, जो की याद रखने में काफ़ी कठिन होता है. ये जानने के लिए की domain name’s name servers के विषय में जानने के लिए आप इस्तमाल कर सकते हैं WHOIS lookup tool.