Secondary storage technology ऐसे storage devices और storage media को refer करती है जो की हमेशा directly accessible नहीं होते हैं एक computer के द्वारा. ये काफ़ी अलग होते हैं primary storage technology से, जैसे की एक internal hard drive, जो की constantly available होता है.
Secondary storage devices के कुछ उदाहरण में शामिल हैं external hard drives, USB flash drives, और tape drives. इन devices को जरुर से connected होना होता है एक computer की external I/O ports के साथ जिससे की इन्हें System के द्वारा access किया जा सके. इन्हें खुदकी power supply की जरुरत पड़ भी सकती है नहीं भी.
Secondary storage media के examples में शामिल हैं recordable CDs और DVDs, floppy disks, और removable disks, जैसे की Zip disks और Jaz disks. इन सभी प्रकार के media को उनके सही drive में insert करना बहुत ही जरुरी होता है ताकि उन्हें computer आसानी से read कर सकें. जहाँ floppy disks और removable disks को बहुत ही कम इस्तमाल किया जाता है अभी, वहीँ CDs और DVDs को अब भी इस्तमाल किया जा रहा है data transfer करने के लिए.
चूँकि secondary storage technology हमेशा accessible नहीं होते हैं एक computer के द्वारा, इसलिए इन्हें commonly इस्तमाल किया जाता है archival और backup purposes के लिए. अगर एक computer functioning करना बंद कर देती है, तब एक secondary storage device का इस्तमाल किया जा सकता है restore करने के लिए एक recent backup को वो भी एक नए system में. ऐसे में अगर आप एक इस्तमाल करते हैं एक secondary storage device वो भी आपके data को backup करने के लिए, तब कोशिश करें की आप frequent backups run करें और data को test करें वो भी एक regular basis में.