ई-रूपी क्या है और कैसे काम करता है?

eRUPI Digital Payment System को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगस्त 2022 में लॉन्च कर दिया है। यह एक QR Code या SMS‘s पर आधारित प्रणाली है। नागरिक बिना रुकावट के ट्रांसफर कर सके इस उद्देश्य हेतु Cashless और Contactless Digital Payment के इस नए तरीके को शुरू किया गया है। 

जिस काम में लाभार्थी इसका लाभ प्राप्त करना चाहेंगे यह सिर्फ उसी के लिए प्रयोग  किया जाएगा। डिजिटल पेमेंट प्रणाली में यह e-RUPI Voucher एक अहम भूमिका निभाएगा। तो फिर चलिए e-RUPI के विषय में और अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं इस आर्टिकल के ज़रिए।

eRUPI का मतलब  

ई-रुपी (e-RUPI) भारत की मुद्रा रुपया का डिजिटल स्वरूप है। यह डिजिटल टोकन के रूप में होगा और पारंपरिक रुपये की तरह एक लीगल टेंडर होगा।इसकी कीमत रुपये के बराबर होगी यानि 100 ई-रूपी 100 रुपये के बराबर होंगे।

ई-रूपी उन्हीं मूल्यों में उपलब्ध होगा जिनमें नोट और सिक्के उपलब्ध होते हैं। इसका मतलब यह केवल एक, दो, पांच, 10, 20, 50, 100, 500 और 2,000 रुपये के मूल्यों में उपलब्ध होगा।इसे आसानी से नकदी में बदला जा सकेगा।

E-rupi Kya Hai Hindi

eRUPI लाभार्थी की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया गया है। यह Beneficiaries की Details को गुप्त तरह से सुरखित रखता है। पैसा भेजने और पैसा प्राप्त करने वाले के अलावा किसी तीसरे व्यक्ति को इसकी भनक भी नहीं लग सकती। 

इस e-RUPI Digital Payment सुविधा को DFS (Department Of Financial Services) और NHA (National Health Authority) दोनों के ही समर्थन से डेवलप किया गया है और इसे National Payments Corporation Of India (NPCI) द्वारा ऑपरेट किया गया है।

eRUPI की परिभाषा

ई-रूपी (e-RUPI) एक कैश और कॉन्टैक्ट लैस पेमेंट मोड है। e-RUPI कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस डिजिटल पेमेंट सर्विस होगी। यह सर्विस स्पॉन्सर्स और बेनिफिशियरीज को डिजिटली कनेक्ट करेगा। साथ ही अलग-अलग वेलफेयर सर्विसेज की लीक-प्रूफ डिलीवरी को भी सुनिश्चित करेगा।

eRUPI को कब लॉंच किया जाएगा?

डिजिटल करेंसी ई-रुपी (eRUPI) का 1 दिसंबर 2022 को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च किया जाएगा।

क्या ई-रुपी और क्रिप्टोकरेंसी एक हैं?

RBI का ई-रुपी क्रिप्टोकरेंसी से कई मायनों में अलग होगा। क्रिप्टोकरेंसी डीसेंट्रलाइज्ड होती है और लीगल टेंडर नहीं मानी जाती।क्रिप्टोकरेंसी की कीमत बहुत अस्थिर होती है, जबकि ई-रुपी को स्थिरता और सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया है।

RBI का कहना है कि क्रिप्टो का प्रसार मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकियों को फंडिंग के खतरे को बढ़ाता है और इसमें कालेधन का बड़े पैमाने पर निवेश होता है। ई-रुपी इन सभी मामलों में सुरक्षित होगा।

eRUPI कैसे काम करता है?

यह एक तरह का Cashless और Contactless डिजिटल पेमेंट सिस्टम है, जो Beneficiaries के फोन पर SMS S या Qr Code के रूप में प्राप्त होगा। यह Prepaid Voucher की तरह ही होता है। 

इसे किसी विशिष्ट केंद्र पर जहाँ यह स्वीकार किया जाएगा वहां Redeem करवाया जा सकता है वो भी किसी इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट – क्रेडिट कार्ड और मोबाइल एप्प के बिना।

बस आपके पास एक साधारण सा फोन होना चाहिए फिर आप इसका लाभ प्राप्त कर सकते है।

ई-रूपी के द्वारा Transaction बहुत ही तेजी से और विश्वसनीयता पूर्वक होता है। इसमें पहले से ही Amount संग्रहित रहता है। यह Physical Interface के बिना सेवाओं के प्रायोजक (किसी व्यक्ति या संस्थान) को डिजिटल रूप में Beneficiaries और Service Providers के साथ जोड़ता है। 

ई-रुपी के पायलट लॉन्च में क्या होगा?

ई-रुपी के पायलट लॉन्च में आठ बैकों के साथ मिलकर चरणबद्ध तरीके से पूरी व्यवस्था की मजबूती परखी जाएगी। पहले चरण में भारतीय स्टेट बैंक, ICICI बैंक, यस बैंक और IDFC बैंक, शामिल होंगे और कुछ समय बाद यूनियन बैंक, HDFC बैंक, बड़ौदा बैंक और कोटक महिंद्र बैंक भी इसमें शामिल हो जाएंगे।

शुरूआती चरण में केवल मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरू और भुवनेश्वर में ये पायलट लॉन्च होगा और फिर अन्य नौ शहरों में इसका विस्तार किया जाएगा।

ई-रूपी के फायदे

आगे आपको e-RUPI Ke Fayde बताये गए है आइये जानते है इन फायदों के बारे में। 

  • e-RUPI में सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए छोटे व्यवसायों का Support करने की योग्यता है।
  • इसके अंतर्गत वाउचर का प्रयोग किया गया है या नहीं इसे भी ट्रैक किया जा सकता है।
  • ई-रूपी लाभार्थियों की जानकारी को पूर्ण रूप से गोपनीय बनाये रखेगा।
  • इसकी सेवा प्राप्त करने के लिए लाभार्थी के पास किसी Mobile App, Card, Internet Banking या किसी Bank Account की जरुरत नहीं है।
  • Prepaid Voucher होने की वजह से e-RUPI सेवा प्रदाता को Real Time Payments का विश्वास दिलाएगा।
  • यह साधारण फोन पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए जिनके पास Smartphone नहीं है या जहाँ पर इंटरनेट कनेक्शन कमजोर है यह उनके द्वारा भी प्रयोग किया जा सकता है। 

ई-रूपी की सुविधा कैसे प्राप्त होगी?

NPCI द्वारा e-RUPI System को UPI Platform पर बनाया गया है। NPCI ने इसमें देश के कई बैंको को भी जोड़ा है। यह बैंक स्वयं का E-Voucher जारी कर सकेंगे। बैंक अपने E – Voucher को खुद के UPI Platform पर जारी करेंगे। एक तरह से यह बैंक जारीकर्ता संस्था ही होगी। 

सरकारी एजेंसी, निगम या कॉर्पोरेट को अपने साझेदार बैंक से संपर्क करना होगा और उन व्यक्ति और जिस उद्देश्य के लिए भुगतान किया जा रहा है उसका पूरा विवरण देना होगा। 

लाभार्थियों की पहचान उनके मोबाइल नंबर के द्वारा ही की जाएगी तभी SMS और Qr Code प्राप्त होगा। लाभार्थी के नाम पर बैंक द्वारा सेवा प्रदाता को वाउचर आवंटित किया जाता है।

Banks जो eRUPI जारी करते है

NPCI द्वारा 11 बैंको के साथ e-RUPI Transactions के लिए साझेदारी की गई है। यह बैंक है .. 

  • ICICI Bank
  • Axis Bank
  • HDFC Bank
  • Bank Of Baroda
  • State Bank Of India
  • Indian Bank
  • Canara Bank
  • Union Bank Of India
  • Indusind Bank
  • Kotak Mahindra Bank
  • Punjab National Bank
  • कहाँ होगा ई-रूपी का इस्तमाल?

    NPCI  ने अभी e-RUPI के लिए 1600 से ज्यादा अस्पतालों के साथ अनुबंध किया है। जहाँ e-RUPI का भुगतान किया जा सकेगा। ई-रूपी का प्रयोग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत व साथ ही वेलफेयर स्कीम्स के लिए भी किया जा सकेगा। 

    खबरों के मुताबिक आने वाले समय में बड़े पैमाने पर इसका उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही निजी क्षेत्र के कर्मचारी भी इसका लाभ प्राप्त कर सकेंगे। 

    Digital Currencies से कैसे अलग है eRUPI?

    e-RUPI को शुरू करने का उद्देश्य भारत में Digital Currency को लाना है, लेकिन e-RUPI एक Digital Currency नहीं है यह एक तरह से  Social Service Voucher System (सामाजिक सेवा वाउचर प्रणाली) है।

    ई-रूपी Cryptocurrencies से भिन्न है। जो लाभ प्राप्त करने के लिए, सेवाएं और सामान खरीदने के लिए व्यापार करने का मौका देती है आपको बता दें की इस प्रीपेड वाउचर का उपयोग Welfare Subsidies (कल्याणकारी सब्सिडी) को Provide करने के लिए किया जाएगा।

    ई-रूपी वेबसाइट का भविष्य  

    जी हाँ दोस्तों… आपने बिल्कुल सही पढ़ा 

    NPCI द्वारा जल्दी ही e-RUPI वेबसाइट को लॉन्च किया जा सकता है। e-RUPI का प्रयोग मातृ एवं शिशु लाभ योजना, आयुष्मान भारत योजना, क्षय रोग उन्मूलन योजना तथा अन्य कल्याणकारी योजना के अंतर्गत सेवाएं देने के लिए किया जा सकेगा। 

    भारतीय डिजिटल मुद्रा का नाम लिया जाये तो सिर्फ e-RUPI ही पहली Indian Digital Currency होगी। e-RUPI के फ्रेमवर्क व उसे नियंत्रित और प्रसारित करने के लिए NPCI को ही अधिकृति प्रदान की जाएगी।  

    क्या है ई-रूपी?

    ई-रूपी एक Digital Voucher है जो Qr Code या SMS पर आधारित है यह Cashless और Contactless पेमेंट करने का एक नया और बहुत ही आसान तरीका है। 

    क्या यह डिजिटल पेमेंट का सुरक्षित माध्यम है?

    यह Voucher व्यक्ति और जिस उद्देश्य के लिए प्रयोग किया गया है जैसे – यदि वह मातृ व् शिशु लाभ के लिए जारी किया गया है तो वह केवल उसी के लिए Redeem किया जसा सकेगा।

    ई-रूपी की सुविधा कैसे प्राप्त कर सकेंगे?

    से UPI Platform पर बनाया गया है। e-RUPI की सुविधा का लाभ लेने के लिए आपको UPIका इस्तेमाल करना होगा। 

    आज आपने क्या सीखा?

    मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख ई-रूपी क्या है जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को eRUPI कैसे काम करता है के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है।

    इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं.

    यदि आपको यह लेख eRUPI के फायदे पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये।

    About the Author

    Prabhanjan Sahoo

    Prabhanjan Sahoo

    मैं Prabhanjan, HindiMe का Technical Author & Co-Founder हूँ। Education की बात करूँ तो मैं एक Enginnering Graduate हूँ। मुझे नयी नयी Technology से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।

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