Download और Upload क्या है? इन दोनों में क्या अंतर है?

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यदि आप Internet का इस्तमाल कर रहे हों तब तो आपका सामना Download और Upload से जरुर हुआ होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं की Download क्या है और Upload क्या है. Internet की दुनिया में ये बहुत ही परिचित नाम है क्यूंकि इन दोनों technical terms का अक्सर इस्तमाल होता है. जहाँ Downloading का अर्थ होता है Internet से data receive करना अपने computer पर वहीँ Uploading का अर्थ होता है अपने computer से data या कोई file send करना Internet में कहीं।

Downloading का शब्द सुनते ही हमें movies, songs download के विषय में विचार आता है. जहाँ में अपने मन मुताबिक नए गाने और films को download करते हैं. वहीँ Uploading के शब्द सुनते ही हमें अपने Email में documents को upload करना, Facebook में picture को upload करने के विषय में विचार आता है।

Uploading” और “Downloading” के terms का इस्तमाल electronic data transfers के प्रकार को सूचित करता है. इन दोनों में जो मुख्य अंतर है वो इसके transfer होने की दिशा में है. इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को Download और Upload क्या है और इन दोनों में क्या अंतर है के विषय में जानकारी प्रदान करूँ।

इससे आप सभी को इस विषय से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त हो. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की आखिर ये Download और Upload क्या है और इनमें क्या अंतर है।

Download aur Upload Kya Hai Hindi

डाउनलोड क्या है

Downloading का अर्थ होता है की files का transfer होना एक server से छोटे (smaller) peripheral unit (personal system) में. इसमें अलग अलग servers से data transfer होता है आपके computer में जब आप download request करते हैं तब।

अगर इसे computer networks की भाषा में कहें तब ‘to download’ का मतलब है की अपने local system या remote system में data receive करना जब data transfer होने के लिए initiate किया जाता है. यहाँ पर data को internet से computer में retrieve किया जाता है।

इसके अलावा हम इन downloaded files को temporarily save भी कर सकते हैं और उन्हें इस्तमाल होने के बाद delete भी कर सकते हैं या फिर उन्हें download कर उसे permanently store कर सकते हैं और लम्बे समय के लिए इस्तमाल कर सकते हैं।

ये downloaded files कभी कभी automatically store हो जाते हैं कुछ particular location में आपके computer या किसी दुसरे device में. इन्हें automatically accessed किया जा सकता है उन location से जब जरुरत होती है. वहीँ दुसरे cases में, user भी location का चुनाव कर सकता है की वो कहाँ पर downloaded files को save करना चाहता है जिससे की उसे ढूंडने में बहुत आसानी हो।

Download का मतलब है की data receive करना i.e. जो भी downloading करने के लिए offer किया गया वो download किया जा सकता है. आप internet से कोई भी प्रकार के files को download कर सकते हैं जैसे की documents, music, videos, images और software. Download speed is को measure किया जाता है megabits per second (Mbps) में।

अपलोड क्या है

Uploading का अर्थ होता है की files का transfer होना छोटे peripheral system से बड़े central system में जिन्हें की Server भी कहा जाता है।

अगर इसे computer networks की भाषा में कहें तब ‘to upload’ का मतलब होता है data receive करना एक remote system में एक local system से. यहाँ पर data को computer से retrieve किया जाता है Internet में।

सबसे common type की uploading वो होती है जहाँ की एक User कोई digital file को Internet के server में upload करते हैं. ये uploaded files फिर किसी website के servers में store हो जाता है और इसे कोई भी देख सकता है जिसके पास internet को access करने की सुविधा हो।

इसके अलावा ऐसे बहुत सारे websites हैं जो की users को allow करते हैं digital files को upload करने के लिए जिन्हें की वो store भी कर सकते हैं. ये users को मदद करती है ज्यादा और बड़े files store करने के लिए internet में, क्यूंकि उनकी अपनी limited storage capacity होती है उनके computer या कोई दुसरे devices में।

चूँकि बहुत सारे storage websites में file upload करना allowed है, इसलिए ये दुसरे users या दुसरे devices को allow करती है उन uploaded files को access करने के लिए. इसके साथ एक और बात में है की इन files को public भी किया जा सकता है जिससे हर कोई इसे access कर सकता है और private भी किया जा सकता है जिससे इसमें permission की जरुरत होती है इसे access करने के लिए।

Uploading files या file sharing होता है P2P network में जो की हमेशा होता है peer computers के बिच जहाँ की uploading server-client technology का इस्तमाल होता है, यहाँ पर uploading होता है no. of clients से एक particular machine पर जिसे की server कहा जाता है. Upload speed को measure किया जाता है megabits per second (Mbps) में।

File Sharing क्या है?

P2P (peer to peer) file sharing users को allow करते हैं media files जैसे की books, music, movies, और games को access करने के लिए P2P software program के मदद से जो की search करता है दुसरे connected computers को जो की उस P2P network में connected होते हैं जिससे की desired content को आसानी से locate किया जा सके।

यहाँ पर ऐसे networks के nodes (peers) end-user computer systems होते हैं जो की internet की मदद से interconnected होते हैं. P2P थोडा अलग होते हैं जिसमें की server-client technology होती है क्यूंकि यहाँ पर files downloaded होते हैं server से।

Upload और Download का Comparison:

Data का transfer एक system से दुसरे system को जो होता है उसे या तो downloading या uploading कहते हैं, ये circumstances के ऊपर निर्भर करता है. जो primary difference इन दोनों के बिच वो ये की data की दिशा में transfer हो रहा है।

 UploadDownload
Definitionइसका मतलब है की जब files की copy छोटे (smaller) peripheral system से एक बड़े (larger) central system पर होता हैइसका मतलब है की जब files का transfer एक बड़े server से छोटे peripheral unit पर होता है तब
Data sentयहाँ पर data send किया जाता है remote system से system (server) तकयहाँ पर data receive किया जाता है server से personal system पर.
Processये download process का उल्टा होता हैये upload process का उल्टा होता है.
SpaceServer में बहुत सारा space होना चाहिए जब file uploading हो रहा है तबComputer या Disk में ज्यादा space होना चाहिए जब कोई file downloading हो रहा हो तब.
Accessयहाँ पर ये files दूसरों के द्वारा भी आसानी से access किया जा सकता हैयहाँ पर files केवल उस Local system के owner के द्वारा ही access किया जा सकता है जिसने Download किया है.
Clientये data transfer करता है client से server तकये data transfer करता है server से client तक.
Timeये file के size पर निर्भर करता हैये file के size पर निर्भर करता है.
Risk of virusयहाँ पर virus का कोई खतरा नहीं होता हैयहाँ पर virus से infect हो जाने का बहुत खतरा होता है.

Internet से चीज़ों को Download करना और उन्हें share करना एक आम बात है, लेकिन ऐसा करने से होने वाले risks के विषय में अवगत रहना बहुत ही जरुरी है।

File Sharing और insecure downloads से क्या खतरा है?

जब भी हम कोई file share करते हैं या कोई file internet से download करते हैं इसमें बहुत सारे कार्य शामिल हैं जैसे की installing a program, pictures को खोलना, अलग अलग websites के links या unknown e-mails, downloading music files इत्यादि।

ये files वहीँ समान भी भी हो सकती हैं या फिर इसके साथ कुछ खराबी भी जुड़ी हुई हो सकती हैं जैसे की कोई viruses, worms या फिर कोई destructive programs जो की आपके system को ख़राब कर सकती हैं. आप बिना जाने भी कई बार दूसरों को अपने computer का access दे देते हैं जिससे की आपके personal files खतरे में होते हैं।

ऐसे इसलिए होता है क्यूंकि जब आपसे कोई अपने firewall settings को बंद करने के लिए कहता है ताकि वो Peer-to-Peer (P2P) से कोई file upload कर सके किसी file sharing program में, इससे आपका system ज्यादा vulnerable हो जाता है।

ऐसे बहुत से viruses, Trojans और दुसरे malware आपके computer में घुस जाते हैं आपके permission के बिना और आपके data को नष्ट कर देते हैं. ये सारी चीज़ें आपके पीछे होती हैं इसलिए आपको कुछ भी पता नहीं चलता है. इसके अलावा बहुत से websites हैं जो की ऐसे unnatural links प्रदान करते हैं जिसे click करने से अनचाही चीज़ें download होती हैं।

Tips Safe downloads करने के लिए :

  • जब भी आप कोई file download कर रहे हों तब computer पर चल रहे सारे applications को बंद कर दें जिससे की आपको download करने में आसानी हो और आपके बिना इजाजत के कोई भी ऐसी वैसे चीज़ install नहीं हो जाये.
  • सारी important applications को बंद कर दें ताकि आप safely download कर सकें.
  • Antivirus, firewalls को अच्छे से set करें ताकि वो actively आपके downloaded files को scan करे automatically.
  • हमेशा email के attachments को बिना scan किये download न करें.
  • अपने system में हमेशा updated antivirus, spam filter और spyware का ही इस्तमाल करें.
  • कभी भी ऐसे files जैसे की music, video, games किसी untrusted websites से download न करें जिसपर आपका विस्वास न हो.
  • Download करने से पहले हमेशा website का URLs check करें और केवल secure websites जो की HTTPS का ही इस्तमाल करते हैं बस उन्ही से ही content download करें. Https refer करता है “hypertext transfer protocol secure”.
  • Download केवल trustworthy sites से ही करें और किसी attractive deals के झांसे में न आयें.
  • यदि किसी website में कोई ख़राब शब्द प्रदर्शित हुआ तब उसे वहीँ बंद करे दें ताकि इससे आपके system में कोई unwanted software या freeware download न ही जाये.
  • हमेशा download करने से पहले file की size check करें क्यूंकि कई बार जैसे आप download करते हैं वैसे ही कई बार उनकी size बढ़ जाती है जो की सही नहीं है.
  • कभी भी ऐसे लुभावने links पर click न करें जो की आपको बहुत सारे paid चीज़ें free में प्रदान करने का offer करती हैं क्यूंकि ये अक्सर spam links होते हैं.
  • ऐसे links पर click न करें जो की automatically downloading start कर देता है.
  • हमेशा अपने browser को secure browser settings में ही इस्तमाल करें अन्यथा कोई भी चीज़ download न करें.
  • हमेशा Terms and Condition पढ़ें किसी भी application को install या run करने से पहले.
  • बिना Website की पूरी जानकारी प्राप्त किये कभी भी files download न करें.
  • Authentic Website से ही Download करें अगर आप कुछ download करना चाहते हैं तब.

क्यूँ Upload speed हमेशा Download speed की तुलना में slow होती है?

ये बात बहुत ही normal है. इसका जो मुख्य कारण है वो ये की ज्यादातर high-speed Internet connections, जिसमें cable modems और DSL आते हैं, वो सारे asymmetric होते हैं — उन्हें ख़ास तोर से ऐसा designed किया जाता है जिससे वो Uploading की तुलना में Downloading में बेहतर speed प्रदान कर सके।

ऐसा इसलिए क्यूंकि most users अपना ज्यादा वक़्त downloading (जिसमें की viewing web pages और multimedia files भी शामिल है ) में गुजारते हैं uploading की तुलना में, ख़ास इसी कारण ही high speed Internet providers अपने systems को ऐसे design करते हैं जो की downloading को ज्यादा priority देते हैं. इसलिए अगर आपकी upload speed slow नज़र आती है download speed की तुलना में तब ये normal बात है।

इसके अलावा एक और चीज़ भी है की Internet providers अपने speed को advertise kilobits में में करते हैं, जहाँ Fetch reports speeds होती है kilobytes. 8 bits equal होता है 1 byte के, इसलिए जो numbers आप देखते हैं Fetch में वो smaller नज़र आते हैं advertised numbers की तुलना में आपके connection के लिए।

अगर आप Fetch के number के साथ 8 multiply कर दें, तब आप इसके result में accurate comparison देख सकते हैं. उदहारण के लिए, एक 384/128 DSL connection में 384 kilobits per second download होती है, और 128 kilobits per second upload होती है — जो की समान है 48 kilobytes per second download और 16 kilobytes per second upload के।

Video Download कैसे होता है?

आप YouTube से आसानी से विडियो डाउनलोड कर पाएंगे. अगर आप एक smartphone यूजर है तो TubeMate app का इस्तिमाल करें और अगर आप अपने computer से डाउनलोड करना चाहते है तो keepvideo.org वेबसाइट का उपियोग कर सकते है.

Games डाउनलोड करना है?

अगर आप गेम डाउनलोड करना चाहते है तो एंड्राइड फ़ोन के लिए Play Store से डाउनलोड करें और iOS device के लिए App Store से डाउनलोड कर सकते है.

आज आपने क्या सीखा

मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को डाउनलोड और अपलोड क्या है, इन दोनों के बिच क्या अंतर है के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को Download और Upload क्या है के बारे में समझ आ गया होगा।

मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ।

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Comments (11)

  1. Bahut hi achcha se explained kiya hai apane .abhi tak Downloading aur uploading par itni achi post kisine bhi nahi likhi thi. Ase he aur post banana sir . thanks for thi post

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  2. Brother aap Pleas meri ek Help Kar sakte ho, mai bhi aapki Tarah Blog Banana chahta hu,, mere pass Theme Buy Karne ka itna Paisa Nahi hai, kya aap mere ko ek theme de sakte hai. pleas..
    or pleas reply dijiyega….

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  3. Bahut hi acche se explain kiya hai apane. abhi tak Downloading aur Uploading par itni acchi post kisine bhi nahi likhi thi. aise he aur post banana sir. Thanks for this Post

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