हिंदी दिवस 2022:- हिंदी भाषा के विषय में आप जरुर से जानते होंगे क्यूंकि आप में से अधिकतर लोगों की मातृभाषा हिंदी होगी. लेकिन क्या आप जानते हैं की हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है? हिंदी दिवस भारत में मनाया जाता है. हिंदी दिवस हिन्दी भाषा से जुड़ा हुआ है.
इस दिन हिंदी भाषा को भारत की राजभाषा का दर्जा मिला था तब से हर वर्ष इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. हिंदी भाषा भारतवर्ष की मातृभाषा है. हिंदी दिवस मनाने के पीछे बहुत से कारण है. हिंदी दिवस हर वर्ष मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदी भाषा के प्रति जागरूक करना है.
आज भी बहुत से दफ्तर, कार्यालय एवं दुकानों में हिंदी भाषा का उपयोग पूर्ण रूप से नहीं होता है. हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य ऐंसे लोगों को जागरूक करना है. लोगों को यह समझाने की कोशिश करना है कि हिंदी के शत प्रतिशत उपयोग से भी सभी कार्य संभव हैं क्योंकि अभी भी बहुत से लोगों का मानना है कि हिंदी भाषा से सभी कार्य संभव नही हैं.
इसलिए मैंने सोचा की क्यों न आप लोगों को ये जानकारी प्रदान किया जाये की आखिर क्यूँ हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है? तो बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं.
हिंदी दिवस क्या है – What is Hindi Day in Hindi 2022
हिंदी दिवस वो दिन है जिस दिन भारतवर्ष में सर्वाधिक उपयोग होने वाली हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया था. हिंदी भाषा को राजभाषा बनाने की खबर सुनने के बाद बहुत से लोगों ने इसका विरोध प्रदर्शन किया, दंगे किये गए लेकिन हिंदी दिवस के दिन आखिर हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा मिल ही गया।

इस दिन बहुत से कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. इन कार्यक्रमों में हिंदी भाषी निबंध, कविताएं, वाद-विवाद, गीत आदि पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है. हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए हिंदी भाषा में रचित उत्तम रचनाओं के मालिकों को पुरष्कृत भी किया जाता है.
बहुत से हिंदी प्रेंमी भी हिंदी दिवस का विरोध करते हैं. क्योकिं उनके अनुसार सरकार के द्वारा हिंदी को वर्ष में सिर्फ एक बार याद किया जाता है. आज भी बहुत से कार्यालयों में बोलचाल एवं लिखावट के लिए हिंदी का उपयोग नहीं होता है और होता भी है तो पूर्णरूपेण नहीं होता है.
आज भी हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिल पाया है. कार्यालयों, विद्यालयों में आयोजित किये गए कार्यक्रमों, यहां तक कि हिंदी कार्यक्रमों में तक हिंदी भाषा का उपयोग न करके विदेशी भाषा का उपयोग किया जा रहा है.
हिंदी दिवस कब मनाया जाता है?
हिंदी दिवस हर वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है. 14 सितंबर 1949 को हिंदीभाषा को भारत की राजभाषा का दर्जा दिया गया था. 14 सितंबर को ही हिंदी भाषा को लेकर बहुत से निर्णय लिए गए थे. इसी कारण से 14 सितंबर को ही हिंदी दिवस मनाने के लिए अच्छा माना गया.
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस दिन के महत्व को देखते हुए हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाने को कहा. सर्वप्रथम हिंदी दिवस भारत में 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था.
14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एकमत से निर्णय लिया कि हिंदी ही भारत की राजभाषा होगी. अंग्रेजी भाषा को हटाए जाने की खबर से देश के बहुत से इलाकों में दंगे होने लगे थे. तमिलनाडु में जनवरी 1965 में भाषा विवाद को लेकर दंगे हुए थे।
विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य व महत्व (International Hindi Day 2022)
विश्व में हिंदी के प्रति जागरुकता फैलाना और विश्व में हिंदी को एक अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रुप में सम्मान दिलाना ही विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Diwas) का मूल उद्देश्य है।
सर्वप्रथम नार्वे में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा जी द्वारा विश्व हिंदी सम्मेलन का 10 जनवरी 1975 के दिन आयोजित किया गया था। इसके बाद 10 जनवरी 2006 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन जी ने इस 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रुप में मनाने का निर्णय लिया।
इस दिन विदेशी भारतीय दूतावासों व सरकारी कार्योलयों में धूमधाम से हिंदी पर विशेष प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
हिंदी दिवस क्यों मनाते हैं [इतिहास]
भारत देश के 77% लोग हिंदी लिखते, समझते, पढ़ते और बोलते हैं अर्थात हिंदी भारत की मुख्य भाषा है लेकिन आज तक भारत को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिल पाया है. आज भी आमतौर पर स्कूलों, नौकरियों, इंटरवियू आदि में अंग्रेजी बोलने वाले व्यक्ति को ज्यादा वरीयता दी जाती है. आज भी अधिकतर स्कूलों, सरकारी दफ्तरों आदि में अंग्रेजी भाषा में ही कार्य किये जाते हैं.
हिंदी दिवस हर वर्ष मनानें का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदी भाषा के प्रति जागरूक करना है कि जब देश के अधिकतर लोग हिंदी भाषा बोलते, लिखते, पढ़ते और समझते हैं और हिंदी भाषा को 50 से भी अधिक रूप में सामान्य बोलचाल में उपयोग करते हैं तो कार्यालयीन कार्य भी हिंदी भाषा में क्यों नही किये जा सकते हैं? क्यों आज भी नौकरियों में अंग्रेजी भाषा को अधिक वरीयता दी जाती है? क्यों आज भी कार्यालयों, सरकारी दफ्तरों में हिंदी भाषा का प्रयोग नही किया जाता है और यदि किया भी जाता है तो शत प्रतिशत हिंदी में नहीं किया जाता है.
हिंदी दिवस की विशेषताएं
हिंदी दिवस हिंदी भाषा के महत्व पर जोर देने के लिए हर वर्ष मनाया जाने वाला खास दिन है. प्रत्येक वर्ष यह दिन हमें हमारी प्रमुख भाषा से और हमारी संस्कृति से हमें अवगत कराता है. हिंदी भाषा के महत्व को हमें और हमारी आने वाली पीढ़ियों को समझना होगा. दिन प्रतिदिन हिंदी भाषा की दर घटते जा रही हैं और अंग्रेजी भाषा को अधिक महत्व दिया जा रहा है. हिंदी दिवस हर वर्ष आकर हमे यह याद दिलाता है कि हिंदी भाषा ही हमारी मूल भाषा है और हमें इसे ही आगे बढ़ाना है.
हिंदी भारत की राजभाषा ही नही बल्कि भारत की पहचान भी है. भारत में हिंदी भाषा का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है. हिंदी भाषा हमारी मातृभाषा है जिसे हमें भी याद रखना होगा और हमारी पीढ़ियों को भी. हिंदी दिवस बार बार आकर हमें हमारी संस्कृति की याद दिलाता है इसीलिए हिंदी दिवस का महत्व माना गया है.
हिंदी दिवस का महत्व
हर वर्ष पूरे भारत में हिंदी दिवस उस दिन को याद करते हुए मनाया जाता है जिस दिन हिंदी हमारी राजभाषा घोषित हुई थी। हिंदी के महत्व को विश्व पटल तक ले जाने के लिए व हिंदी दिवस क प्रति जागरुकता को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार कई सारे प्रयास कर रही है।
हिंदी दिवस कैंसे मनाया जाता है 2022?
हिंदी दिवस के दिन बहुत से हिंदी स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित की जाती है. इस दिन हिंदी भाषा में कविता, निबंध लेखन, वाद विवाद, कवितओं आदि पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं.
इस दिन स्कूलों में हिंदी भाषा के महत्व को समझाया जाता है जिससे कि लोग हिंदी भाषा के महत्व को समझें और अपने दैनिक कार्य, बोलचाल इत्यादि में हिंदी भाषा को ही प्रमुख भाषा के रूप में उपयोग कर सकें. इन प्रतियोगिताओं में जीतने वाले विजेता को पुरुष्कार से पुरष्कृत किया जाता है.
हिंदी दिवस के दिन कई प्रकार के पुराष्कारों का भी वितरण किया जाता है और सम्मानित किया जाता है. राजभाषा गौरव और राजभाषा कीर्ति पुरष्कार हिंदी दिवस के दिन ही दिए जाते हैं.
राजभाषा गौरव पुरष्कार ऐंसे भारतीय व्यक्ति को दिया जाता है जिसने तकनीकी अथवा विज्ञान विषय में कोई अच्छी पुस्तक या लेख लिखा हो और राजभाषा कीर्ति पुरष्कार किसी कार्यालय या संस्थान को दिया जाता है जिसने अपने कार्यालयीन कार्यों और बोलचाल में हिंदी भाषा का सर्वाधिक प्रयोग किया हो और हिंदी भाषा को बढ़ावा दिया हो.
सबसे पहला हिंदी दिवस कब मनाया गया था?
सबसे पहले 10 जनवरी 2006 ई को मनाया गया था।
हिंदी दिवस का महत्व क्या है?
अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के लिए हर साल 14 सितंबर को देशभर में हिंदी दिवस मनाया जाता है।
14 सितंबर को हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है?
दरअसल, आजादी के बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिन्दी को देश की राजभाषा बनाने का फैसला लिया गया था। वहीं पहला हिन्दी दिवस 1953 को में मनाया गया था. हर साल 14 सितंबर को देश में हिन्दी दिवस मनाया जाता है.
आज आपने क्या सीखा
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इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं.
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