Engineers Day क्यों मनाया जाता है?

शायद आप में बहुत से लोग Engineer हो सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं की Engineers Day क्यों मनाया जाता हैं? यदि नहीं तब आपके लिए आज का यह post काफी जानकारी भरा होने वाला है। जैसे मदर्स डे में मां को, फादर्स डे में पिता को, टीचर्स डे में शिक्षकों को, डॉक्टर्स डे में चिकित्सकों को और बाल दिवस में बच्चों को सम्मानित किया जाता है उसी तरह इंजीनियर्स डे में इंजीनियर्स को सम्मानित किया जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की, भारत के बेहतरीन इंजीनियरों में से एक मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की स्मृति में 1968 से हर साल 15 सितंबर को भारत में इंजीनियर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। इन्होंने भारत के विकास के लिए बहुत से कार्य किये हैं. इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को इंजीनियर्स डे क्या है और इसे क्यों मनाते है के बारे में जानकारी प्रदान करूं. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं।

इंजीनियर्स डे क्या है – What is Engineers Day in Hindi

इंजीनियर्स डे यानी अभियंता दिवस एक विशेष दिन है जिसे भारत में हर वर्ष दुनिया के समस्त इंजीनियर्स को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है. भारत के विकास में इंजीनियर्स का बहुत बड़ा योगदान माना गया है।

engineers day kyu manaya jata hai

इंजीनियर्स डे मनाने का प्रमुख उद्देश्य भारत के छात्रों को इस क्षेत्र में आगे लाना है. देश को समृद्ध और विकसित बनाने में इंजीनियर का प्रमुख योगदान रहता है।

इसी दिन महान इंजीनियर मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म हुआ था जिनकी याद में हर वर्ष इसी दिन को इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया जाता है. मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी का भारत के विकास में अनोखा योगदान रहा हैं।

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया का व्यक्तित्व भी बड़ा ही अनोखा था. मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया बड़े ही साधारण, आदर्शवादी एवं अनुशासित व्यक्ति थे. वे शुद्ध शाकाहारी एवं नशे से दूर रहने वाले इंसान थे।

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया समय के बहुत पाबंद थे और अपना हर एक कार्य वक्त से पहले कर लेते थे. वे हमेशा साफ सुथरे कपड़े पहनते थे और अपना हर एक काम बिल्कुल दिल से करते थे. इनसे मिलने वाला हर व्यक्ति मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया से प्रभावित जरूर होता था।

नामइंजीनियर्स डे
आधिकारिक नामअभियंता दिवस
प्रकारराष्ट्रीय
महत्वभारत के महान इंजीनियर और भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को सम्मान और श्रद्धा देने का अवसर
तिथि15 सितम्बर
पहली बार मनाया गया1968
मुख्य कार्यक्रमअभियंता संकल्प, पुरस्कार समारोह, सेमिनार, वर्कशॉप, प्रदर्शनी, कवि सम्मेलन, आदि
संबंधितमोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया, कृष्णराज सागर बांध, हैदराबाद सिटी, सुक्कुर बांध, सेंचुरी क्लब, मैसूर सोपन

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जीवन परिचय (Mokshagundam Visvesvaraya Biography)

एम. विश्वेश्वरैया भारत के महान इंजिनियरों में से एक थे, इन्होंने ही आधुनिक भारत की रचना की और भारत को नया रूप दिया। उनकी दृष्टि और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में समर्पण भारत के लिए कुछ असाधारण योगदान दिया।

जीवन परिचय बिंदुविश्वेश्वरैया जीवन परिचय
पूरा नाममोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया
जन्म15 सितम्बर, 1860
जन्म स्थानमुद्देनाहल्ली गाँव, कोलर जिला, कर्नाटका
माता-पितावेंकचाम्मा – श्रीनिवास शास्त्री
मृत्यु14 अप्रैल 1962

इंजीनियर्स डे कब मनाया जाता है?

इंजीनियर्स डे भारत के महान इंजीनियर मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी को समर्पित है और भारत में हर वर्ष इनके जन्मदिवस पर ही इंजीनियर्स डे मनाया जाता है. मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी का जन्म 15 सितंबर 1860 को भारत के मैसूर में हुआ था जो आज कर्नाटका राज्य बन गया है. इसलिए पुरे भारतवर्ष में 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया जाता है।

इन्हें एक अच्छे इंजीनियर के रूप में कार्य करने हेतु वर्ष 1955 में भारतरत्न से सम्मानित किया गया था. भारत देश के बड़े इंजीनियर्स का भारत के विकास में बहुत बड़ा योगदान रहा है और अभी भी बहुत से इंजीनियर अपना वर्तमान में योगदान दे रहें हैं, यह दिन सभी इंजीनियर्स के सम्मान के लिए मनाया जाता है।

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी के पिता श्रीनिवास शास्त्री जी एक महान संस्कृत विद्वान और आयुर्वेद चिकित्सक थे एवं इनकी माता वेंकचाम्मा धार्मिक घरेलू महिला थी. मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी की आयु लगभग 15 वर्ष की थी तब ही इनके पिता जी श्रीनिवास शास्त्री का निधन हो गया था. चिकबल्लापुर से मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी ने अपनी प्रायमरी स्कूल की पढ़ाई पूरी की थी और आगे की पढ़ाई के लिए वे बैंगलौर चले गए थे।

Engineers Day क्यों मानते है?

हर वर्ष भारत में 15 सितंबर को अभियन्ता दिवस (इंजीनियर्स डे) के रूप में मनाया जाता है। ऐसा इसलिए क्यूँकि इसी दिन भारत के महान अभियन्ता एवं भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्मदिन हुआ था

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी का भारत में विशेष योगदान रहा है. इंजीनियर्स डे मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी को समर्पित है। 15 सितंबर 1860 में मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी का जन्म हुआ था और हर वर्ष इसी दिन इंजीनियर्स डे मनाया जाता है।

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी को श्रद्धांजलि देने के तौर पर हर वर्ष इंजीनियर्स डे मनाया जाता है साथ ही इंजीनियर्स को सम्मानित करने के लिए इंजीनियर्स डे मनाने की शुरुआत की गई।

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया भारत के लिए बहुत से विकास कार्य किये हैं। मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी ने बहुत सी नदियों, नालों और बांधों का निर्माण कार्य किया था. इन्होंने भारत में सिंचाई और पेयजल प्रणाली लाकर पूरे देश की सिंचाई पद्धति में बदलाव लाया था। विश्वेश्वरैया जी ने भारत में इंजीनियरिंग क्षेत्र में विशेष योगदान दिया था इसीलिए इन्हें ‘भारत रत्न’ पुरष्कार से भी सम्मानित किया गया था।

विश्वेश्वरैया जी बचपन से ही शिक्षा को महत्व देते थे और ये गरीबी और भुखमरी का कारण अशिक्षा को ही मानते हैं. मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी ने बहुत से आसाधारण कार्य किये गए थे. इनके द्वारा किये गए कार्यों में कृष्णराज सागर बांध का निर्माण, मैसूर संदल ऑइल एंड सोप फैक्ट्री, बैंक ऑफ मैसूर, भद्रावती आयरन एंड स्टील वर्क्स की स्थापना आदि हैं।

इंजीनियर्स डे का महत्व

भारत इंजीनियरिंग एवं आईटी के क्षेत्र में दुनिया का अग्रणी देश माना जाता है. भारत में बहुत सारे इंजीनियरिंग संस्थाएं हैं और इंजीनियरिंग के बहुत सारे कोर्स भी हैं. किसी भी देश को विकसित बनाने में इंजीनियर्स की मुख्य भूमिका रहती है. इंजीनियर्स को आधुनिक समाज की रीढ़ माना जाता है. बिना इंजीनियर के किसी भी देश का विकास असंभव है।

इंजीनियर्स डे हर वर्ष में एक बार आकर बार बार दुनिया को जताता है कि इंजीनियर हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण हैं और वे सम्मान के हकदार है. साथ ही सभी लोगों को इस कार्यक्षेत्र में आकर अपना योगदान देने के लिए प्रेरित करता है. इंजीनियर्स डे सिर्फ मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया और सभी इंजीनियर के सम्मान का दिवस तो है ही साथ ही यह दिवस सभी छात्रों को जताता है कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आप अपना करियर बना कर आप देश को विकसित करने में बाकी इंजीनियर्स की तरह अपना योगदान दे सकते हैं।

इस दिन का महत्व मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया के योगदानो के कारण और भी बढ़ जाता है. मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी के कुछ तकनीक विदेशों में भी उपयोग में लाये जा रहे हैं. मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी का जन्मदिवस सभी इंजीनियर्स और इंजीनियरिंग क्षेत्र में अपना करियर बना रहे छात्रों को अपना योगदान देने के लिए प्रेरित करता है।

हम 15 सितंबर को इंजीनियर दिवस क्यों मनाते हैं?

सर एम विश्वेश्वरैया को भारत में वर्षा जल संसाधनों के दोहन में उनकी प्रतिभा के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त थी। उन्होंने स्वचालित वियर वॉटर फ्लड गेट्स को डिजाइन किया था, जिसे पहली बार 1903 में पुणे के खडकवासला जलाशय में स्थापित किया गया था।

वह मुख्य अभियंता के रूप में मैसूर में कृष्णा राजा सागर बांध के निर्माण के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने मैसूर राज्य के दीवान के रूप में कार्य किया। उनके अद्भुत योगदान को देखते हुए उन्हें 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

उनके उल्लेखनीय योगदान को याद करने के लिए, हम भारतीय उनका जन्मदिन हर वर्ष इंजीनियर दिवस के रूप में मनाते हैं

इंजीनियर्स डे कैसे मनाया जाता है?

इंजीनियर्स डे के दिन महान इंजीनियर मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी के योगदानों को याद किया जाता है. इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं.इंजीनियर्स को सम्मान दिया जाता है।

सोशल मीडिया में लोग पोस्ट डालकर इंजीनियर्स को सम्मान देते हैं. इंजीनियर्स को मैसेज के माध्यम से भी बधाई दी जाती है. इस दिन कुछ जगहों पर स्पीच देकर लोगों को इंजीनियरिंग के प्रति जाकरुक किया जाता है और इंजीनियरिंग के महत्व को बताया जाता है।

दुनिया के अन्य क्षेत्र में इंजिनियर डे (Engineers Day in World)

देशतारीख
अर्जेंटीना16 जून
बांग्लादेश7 मई
बेल्जियम20 मार्च
कोलंबिया17 अगस्त
आइसलैंड10 अप्रैल
ईरान24 फ़रवरी
इटली15 जून
मैक्सिको1 जुलाई
पेरू8 जून
रोमानिया14 सितम्बर
तुर्की5 दिसम्बर

इंजिनियर्स डे कब मनाया जाता है ?

इंजिनियर्स डे 15 सितंबर के दिन मनाया जाता है।

इंजिनियर्स डे किसकी याद में मनाया जाता है ?

इंजिनियर्स डे मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जी की याद में मनाया जाता है।

आज आपने क्या सीखा

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख Engineers Day क्यों मनाया जाता है जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को इंजीनियर्स डे के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है।

इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं।

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Sumit Singh

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