हाल ही में ही Google द्वारा आयोजित Question Hub के कार्यक्रम में Google ने Project Navlekha हिंदी प्रकाशकों के लिए officially शुरू किया. अब सवाल उठता है की आखिर ये Google की Project Navlekha क्या है? तो घबराईये नहीं क्यूंकि आज हम इस article में Navlekha के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले हैं. यदि आपको भी इसके विषय में जानना है तब जरुर से इस article को अंत तक जरुर पढ़ें।
आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की Google ने इस कार्यक्रम में दोनों Google Question Hub और Navlekha की शुरुवात की थी. Google की बहुत समय से यही कोशिश चल रही थी की कैसे regional languages को बढ़ावा दिया जा सके. ऐसे में Navlekha इसी पथ में एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि है।
वैसे Navlekha के ऊपर काम पहले से ही चल रहा था लेकिन हिंदी भाषा के प्रकाशकों के लिए officially इसे launch नहीं किया गया था, लेकिन अब ये इस्तमाल करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. जहाँ भारत में हिंदी और दुसरे स्थानीय भाषाओं के ऊपर जानकारी Offline में ही स्तिथ है लेकिन online में ये केवल 1% से भी कम है यदि हम इसे english content से तुलना करें तब।
इसलिए भारत की करीब 135,000 local language publishers को online लाने में Google का एक बहुत ही बढ़िया प्रयाश है यह Navlekha जैसे tool के माध्यम से. इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को Google की Navlekha के विषय में पूरी जानकारी प्रदान करूँ जिससे आपको भी इसे बेहतर रूप से समझने में सुविधा हो।
तो बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की Google Navlekha क्या है हिंदी में।
आपके मन में भी ये सवाल जरुर आया होगा की आखिर ये Navlekha क्या है? तब इसका जवाब है ‘एक नया तरीका लिखने का ’ जिसे की Sanskrit में कहा जाता है. Google की इस Navlekha के माध्यम से ये local publishers को उनके Offline content को Online में publish करने में मददगार शाबित होता है।
ये उन local publishers को बहुत ही सहायता प्रदान करने वाला है जिनकी online में कोई अस्तित्व ही नहीं है. इस tool के इस्तमाल से वो अब अपने offline articles को मिनटों में online publish कर सकते हैं।
ये simply documents या PDFs को scan करटी है और उन्हें instantly ही web pages में तब्दील कर देती है प्लेटफार्म में. Google के अनुसार इस कार्य को करने के लिए कोई भी digital knowledge की जरुरत नहीं है।
Company का कहना है की वो इस platform को पहले Hindi publications के लिए शुरू करेंगे, वहीँ कुछ को उन्होंने testing के लिए शामिल भी कर लिया है. साथ में बाद के समय में बाकि Indic languages को भी शामिल करने का कार्यक्रम है।
Google पहले free hosting, एक branded domain भी प्रदान करने वाला है पहले तीन वर्षों के लिए, और AdSense (जो की Google का ad platform है), ये उन publishers का support करने के लिए जो की अपने content को तुरंत ही monetize कर सकें और कमा भी सकें।
ये बात तो आप सभी जानते ही होंगे की भारत में अभी majority internet users हिंदी भाषी ही हैं, जो की आने वाले समय में करीब 500 million से ज्यादा होने वाला है. ऐसे में SmartPhones तभी ज्यादा उपयोगी हो सकता है अगर उसमें primary language में लोगों की ज्यादा इस्तमाल किये जाने वाली भाषा का उपयोग किया जा सके।
वहीँ अभी इन indian languages के content internet में बहुत ही कम उपलब्ध हैं. इसलिए इस कमी को जल्द से जल्द पूर्ण करने की कोशिश Google कर रहा है।
Project Navlekha एक प्रकार का tool जो की Artificial Intelligence (AI) का इस्तमाल करता है, कोई भी PDF को render करने के लिए जिसमें की Indian language content हो और उसे editable text में तब्दील कर सकें, इससे print publishers को आसानी होगी mobile-friendly web content create करने में।
वैसे इस tool के मदद से Google का लक्ष्य यह है की वो ज्यादा से ज्यादा relevant content online create कर सकें. इससे localized languages में ज्यादा content उपलब्ध हो सकता है Online में, जो की आने वाले समय में सभी लोगों के जरूरतों को उनके ही भाषा में जवाब दे सकने में कामयाब हो।
Google की fourth ‘Google for India’ event में, Google ने Project Navlekha का उन्मोचन किया — यह एक नयी initiative है जिससे भारतवर्ष में करीब 135,000 Indic language publications को online में एक hassle-free manner से लाया जा सकें।
वहीँ हिंदी भाषा के लिए Google Navlekha को 14 December 2018 में Question Hub कार्यक्रम में officially शुरू किआ गया।
जैसे की मैंने पहले ही आपको बताया है की English Content की तुलना में Hindi और दुसरे regional भाषा के contents बहुत ही कम हैं, जो की करीब 1% से भी कम हैं. Regional Language Publishers की जो सबसे बड़ी समस्या है वो ये की उन्हें अपने content को online publish करने में बड़ी तकलीफ का सामना करना पड़ता है।
इसलिए वो Online Platform का इस्तमाल सही रूप से कर नहीं पाते हैं. वहीँ इन भाषा को पढने और समझने वालों की संख्या बहुत ही ज्यादा है. ऐसे में इस gap को पूर्ण करने के लिए Google ने Navlekha की शुरुवात की।
Google की Project Navlekha के माध्यम से, अब publishers बड़ी ही आसानी से इस application के मदद से offline content को webpages में तब्दील सकते हैं. उन्हें इसके लिए ज्यादा technical ज्ञान का भी होना जरुरी नहीं है।
अभी के लिए इस Project को केवल Hindi publication के लिए किया गया है, लेकिन आने वाले समय में आप इसका उपयोग दुसरे regional languages के लिए भी कर सकते हैं।
यदि हम Navlekha के Features की बात करें तब इसके Dashboard से ही हमें सभी चीज़ों का अंदाज़ लग जायेगा. चलिए इसके Dashboard से ही इसे समझते हैं।
इसके Dashboard में दो option होती हैं पहला Upload और दूसरा होता है Create का।
Create : इसमें आप editor से एक नए article को बना सकते हैं।
Upload : वहीँ इसमें आप कोई भी Pdf file select कर upload कर सकते हैं.
एक बार pdf upload हो जाने के बाद आप उस pdf को screen में देख सकते हैं. साथ में आप ये भी चुन सकते हैं की आपको किस page को process कराना है online document में।
Processing : जैसे ही आप Process वाली button पर click करते हैं, तब ये application OCR (Optical Character Recognizition) technology का इस्तमाल कर उस pdf document के hindi भाषा के characters को editable format में convert कर देता है, जिसे आप अपने article में इस्तमाल कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए ये एक pdf page को encode करने के लिए करीब 10 से 15 seconds तक का ही समय लेता है. इसमें आप pdf के जिस भाग को चुनते हैं वही भाग को ये encode कर screen में दिखा देता है वो भी बहुत ही जल्द।
जैसे की आप topic का heading चुनें या फिर कोई paragraph चुनें, ये सभी को editable format में तब्दील कर देता है. इससे आप सभी offline documents को online editable format में बदल सकते हैं।
फिलहाल ये केवल कुछ ही भाषाओं के लिए जैसे की हिंदी के लिए ही उपलब्ध है वहीँ बहुत ही जल्द ये बाकि सभी भाषाओं के लिए भी उपलब्ध कर दिया जायेगा।
यदि आपको Google Navlekha के विषय में जानना है की ये कैसे काम करता है तब आपको यहाँ पर वो information प्राप्त हो जाएगी. वैसे मैंने तो technical details के विषय में पहले ही बता दिया है. फिर भी चलिए और बढ़िया ढंग से जानते हैं. इसके लिए आपको अपना interest online express करना होगा।
इसका मतलब है की आपको इस application के इस्तमाल के लिए पहले sign up करना होगा. फिर Google की team आपके application को review करेंगी और आपके साथ contact करेंगी. Registered Indian publications को इसमें encourage किया जा रहा है जिससे की वो sign up करें और उन्हें ज्यादा languages के आने से notify किया जा सकें।
आप अपनी free publication website को set up कर सकते हैं expert help के द्वारा.
Google की team सभी publishers को जिनकी online presence नहीं है उन्हें publication website setup करने में guide करेंगी और साथ में online publication को maintain करने में भी मदद करेंगी।
Publishers भी अपने पुराने और future content को publish कर सकते हैं tools के माध्यम से.
इसमें आपके पास technical knowledge होने की कोई भी जरुरत नहीं है बल्कि आप existing PDF files से content ले सकते हैं online publish करने के लिए publication tools के मदद से।
अपने Content को Manage भी कर सकते हैं .
Navlekha के इस्तमाल से publishers के पास वो option होता है की वो content को edit और curate कर सकते हैं अपने preferences के हिसाब से।
इस Navlekha Application को इस्तमाल करने से पहले आपको इसमें register होना अनिवार्य हैं. इसके लिए आपको पहले इसमें Sign up करना होगा. जिसकी link हैं : – https://navlekha.withgoogle.com/intl/en/#!/sign-up
Sign Up process भी बहुत ही simple हैं, इसमें मैं आपको इसके सभी पहलुओं के विषय में बताऊंगा जिससे आपको कोई भी परेशानी का अनुभव न हो।
Name : इसमें आपको आपका नाम भरना होगा।
Publication/ Company name : इसमें आपको Company या Publication का नाम देना होगा।
Email Id : इसमें आपको आपकी primary email id प्रदान करनी होगी।
Mobile Number : इसमें mobile number
Office Address : आपके Publication की Official Address को यहाँ पर लिखना होगा।
Share Your Website URL, if any :- यदि आपकी पहले से कोई Website हैं तब यहाँ उसे लिखना होगा. वैसे ये अनिवार्य नहीं है।
Language of Publication : इसमें आपको आपके publication की भाषा के बारे में लिखना होगा।
Share your Publication’s RIN registration number: यहाँ पर आपकी publication की RIN registration number
Accept: आखिर में Accept के box में tick करना होगा।
Submit: Finally, document को submit करना होगा, review के लिए।
Google Navlekha का इस्तमाल करने के लिए आपको पहले इनके program को join करना होगा. यदि आप एक Offline Publisher हैं तब आप एक free publication website के लिए register कर सकते हैं।
इसके लिए पहले आपको sign up करना होगा Google के Navlekha program में इसे join करने के लिए. इसके पश्चात Google की team आपकी application को review करने के बाद आपसे contact करेंगी।
यदि आप एक Registered Indian publication चलाते हैं तब भी आप उनके webpage को जाकर sign up कर सकते हैं. Signing up करने के बाद ही आपको ये information भी मिल जाएगी की कब दुसरे regional languages को इसमें शामिल किया जायेगा।
वैसे तो Google की इस product की बहुत से advantages हैं, तो चलिए उसी के विषय में और अधिक जानते हैं।
अपने Publication को पढने के लिए आपको ज्यादा readers मिल जाते हैं.
वैसे तो आपकी Offline presence अच्छी है लेकिन Online के तुलना में ये कुछ भी नहीं है क्यूंकि Online में reach बहुत ज्यादा होती है. चूँकि audience तो बहुत हैं content पढने के लिए वहीँ हिंदी और एनी भाषाओं में online content बहुत ही कम हैं. इसलिए अपनी readership और publication के विषय में awareness को बढ़ाने का यह सुनहरा मौका मत गवाएं।
आपको Zero Setup Cost देना होता है.
Google ने officially ये declare किया है वो पूरी setup करने और कराने के लिए publishers को कोई भी पैसे charge नहीं करेंगे. आपको बस अपने publication को online लाने में उनकी tools का इस्तमाल करना है।
अपने Business को grow करें AdSense के साथ.
अपने publication में आप Adsense के ads भी लगा सकते हैं जिससे आपको उन्हें monetize करने में सुविधा होगी. इससे आपको revenue offline के साथ साथ online में भी generate होगी।
Navlekha के माध्यम से Offline publication को instantaneously ही Online publish किया जा सकता है.
इस नए tool का इस्तमाल करने के लिए आपके पास ज्यादा technical knowledge होने की आवश्यकता नहीं है.
Offline Content को इस application के मदद से कुछ मिनटों में ही online में web-pages में तब्दील किया जा सकता है।
Google ने इन नए online contents में AdSense support देने का भी सोचा है जिससे publishers को अपने contents आसानी से monetize कर सकते हैं और पैसे भी कमा सकते हैं. साथ में Google ने इन publishers को training और support प्रदान करने का तय किया है।
इसके साथ Google उन Publishers को उनकी Website setup करने में मदद भी करेगी जिसके लिए उन्हें कोई भी पैसों का अभी भुकतान नहीं करना पड़ेगा, जैसे की Domain Name और Hosting इत्यादि. अभी के लिए ये Google Navlekha केवल Hindi भाषा तक ही सिमित है लेकिन आने वाले समय में वो दुसरे regional languages को भी सम्मिलित करने वाले हैं।
आज आपने क्या सीखा
मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख गूगल नवलेखा प्रोजेक्ट क्या है (What is Navlekha in Hindi) जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को Navlekha के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है।
इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं।
यदि आपको यह post Google Navlekha क्या होता है हिंदी में पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये।
meri rejistation karvaya tha khabro ka ambar pr meri side suru nahi ho pahi ha
sr mera weekly paper ha khabrokaambar uska navlekha me regisation karvara ha
मेरा chanderihalchal.page है काफी मेहनत करने के बाद भी खबरे नही देखी जाती है जब तक लिंक शेयर नख करो एडसेंस होने के बाद भी इनकम सोर्स नहीं हो पा रही
THANKS SIR,
NAVLEKHA KE BARE ME APNE BHUT ACHE SE BATYA
बहुत शानदार
नवलेखा का बहुत बहुत आभार एवं ह्दय से धन्यवाद । मेरे “पब्लिक लुक” को ऑनलाइन पब्लिशिंग से बहुत सपोर्ट मिला। नवलेखा की ओर से सबसे अधिक समाचार प्रकाशित करने पर प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें मध्यप्रदेश के लगातार दूसरी बार लिए प्लेटिनम अवार्ड मिला इसके लिए सौ गुना उत्साहवर्धन हुआ यह सब नवलेखा से ही संभव हो पाया है । धन्यवाद नवलेखा और टीम। बस अभी तक एडसन्स का लाभ नही मिल पाया है ।
नवलेखा गूगल की ओर से एक प्रयास और किया जाना चाहिए कि कोई पाठक बिना लिंक दिये सीधे पेज ओपन कर आर्टिकल्स पढ सके इसके लिए वह अपने मोबाइल में कोई एप्लीकेशन इन्स्टॉल कर लें तो कभी भी आसानी से वह हमारा पेज पढ सकता है अभी पढने के लिए बार बार लिंक सेन्ड करना पडती है ।
मान्यवर गूगल की नवलेखा हिन्दी प्रिंट समाचार पत्रों को ऑन लाइन करके समाचार पत्रों के प्रकाशकों के लिए एक वरदान सावित हो रहा है ।विगत माह, पिछले 35 वर्षों से नियमित प्रकाशित होने वाले मेरे क्षत्रीय मेल(हिन्दी साप्ताहिक) समाचार पत्र को आपके टेक्निकल असिस्टेंट के द्वारा आन लाइन किया जा चुका है ।उसके लिये आप सबको बधाई ,मै नियमित कुछ न कुछ पोस्ट करता रहता हूँ ।
मान्यवर मेरा एक सुझाव है कि जिस तरह मैं यहां कमेंट बॉक्स में आपके बारे कुछ लिख सकता हूँ उसी तरह हम लोंगों के द्वारा पोस्ट किये जाने वाले समाचारों पर यदि कोई पाठक अपना कमेंट देना चाहे तो हर पोस्ट के साथ एक कमेंट बॉक्स की व्यवस्था कर दिया जाय तो और ही वेहतर होगा ।उससे रीडरों को कमेंट करने का अवसर मिल जायेगा और प्रकाशकों को अपनी पोस्ट की गई खबर पर लोंगों की प्रतक्रिया जानने का अवसर मिल जायेगा ।
धन्यबाद ।
dhanyawad. aapke sujhaw par karya kiya jayega.
मैं एक न्यूज़ वेबसाइट का संचालन करता हु। कैसे नवलखा से जुड़ा जा सकता है।और इसके फायदे क्या है।भविष्य में कोई शुल्क इत्यादि किया जाएगा या नही।
सरल शब्दों में सम्पूर्ण जानकारी के लिए धन्यवाद
मैने नवलेखा पर अपना अखबार आज का आतंक रजिस्ट्रर किया मुझे एक महीने में गुगल एडशन द्वारा विज्ञापन भी जारी कर दिया गया, मुझे नवलेखा अच्छा लगा और समाचार पत्र के प्रसार में भी बढ़ोत्तरी हुई मैं अभारी हू नवलेखा का जो जिले से निकलने वाले समाचार पत्रों के प्रचार प्रसार में योग्यदान किया
नवलेखा में रजिस्टर्ड होकर आज से ही नवलेखा में लिखना शुरू किया है। इससे पहले अपने ब्लॉग पर लिखता था। अभी पता नहीं कैसा रिजल्ट आएगा ?
जरुर ही आपको इसमें अच्छा result मिलने वाला है.
जो लोग मीडिया से जुड़े हैं उन के लिए नवलखा एक वरदान है
आप का लेख बहुत ही सुन्दर उपयोगी जानकारी से परिपूर्ण है और ये हमारे काम को आगे बढ़ाने में बहुत मददगार साबित होगा धन्यवाद्
for navlekha registration and all details contact me iam handeling navlekha project for Dehradun and all over uttarakhand. rahul 9758109659.
Very nice article helpful
Good content really thats too hard work i recenlty start blogging thats why i realise this.
Vijendra thanks for your kind words. Patience and smart work are the keys to getting success.
धन्यवाद प्रभंजन जी, आपकी पोस्ट बहुत ही महत्वपूर्ण इनफार्मेशन से परिपूर्ण है।
Very nice information sir
Thanx
Bahut hi badhiya jankari Navlekha ke bare me share kiya hian sir Thanks
aapki post bht acha hai jankari hasil karne ke lye mughe koi ek acha Seo friendly template suggest kare.
Thanks for best article,
I am a blogger
bahoot jabardast tarike se samjhaya hai sir ji mast hai lage raho…………………
Apne bhut accha jankari di hai
Aapne bahut accha se Navlekha ke baare me bataya hai our ye bahut hi helpful hoga