कंप्यूटर के बारे में जानकारी

दोस्तों क्या आप कंप्यूटर नाम के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को जानते हैं? क्या आपको कंप्यूटर के बारे में जानकारी है? अगर हां तो यह बहुत अच्छी बात है. लेकिन कंप्यूटर के बारे में जितनी जानकारी प्राप्त की जाए उतनी कम होती हैं. अगर आप कंप्यूटर के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए ही लिखा गया है। इसलिए आपको कंप्यूटर का बेसिक ज्ञान देने के लिए यह आर्टिकल लिख रहा हूँ Basic Knowledge of Computer in Hindi

मुझे भी कंप्यूटर आती है. मेरे मन में हमेशा कंप्यूटर को लेकर अलग-अलग सवाल आते हैं? और इन सवालों का जवाब ढूंढते हुए मैंने जाना कंप्यूटर के बारे में कई ऐसी जानकारियाँ हैं जिसके बारे में मुझे कुछ मालूम नहीं है. अपने इस तलाश से मैंने जो कुछ भी सीखा उसे इस पोस्ट में शेयर करने जा रहा हूं कंप्यूटर की सामान्य जानकारी

कंप्यूटर की जानकारी हिंदी में

कंप्यूटर के विषय में और अच्छे से जानने के लिए हमने कुछ सवालों के मदद से आपको जानकारी देने की कोशिश की है. इसीलिए इन questions को ध्यान से पढ़ें. आशा करता हूँ की आपको कंप्यूटर के सम्बंधित बहुत ही ज़रूरी जानकारी अवस्य मिल जाएगी।

computer ki jankari

कंप्यूटर का हिंदी अर्थ क्या है?

कंप्यूटर का हिंदी अर्थ या यूं कहें कि कंप्यूटर का हिंदी नाम संगणक हैं. वही लैपटॉप को हिंदी में लैपटॉप के नाम से ही जाना जाता है।

कंप्यूटर में Data किसे कहते हैं?

Data RAW, Facts और Figure का एक ऐसा संग्रह हैं जहां पर हर तरह के प्रोसेस्ड इंफॉर्मेशन को इक्कठा करके रखा जाता हैं. डाटा में अधिकतर unorganised और unprocessed facts ही दिखाई देते हैं. इस तरह के Data को experiment और survey के मदद से प्राप्त की जाती हैं।

Input डिवाइस 

इनपुट ऐसे डाटा या Instruction होते हैं जो की कंप्यूटर को दिए जाते हैं. इनपुट डिवाइस का इस्तेमाल करके हम कोई भी इनपुट कंप्यूटर को देते हैं. कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, मइक्रोफ़ोन, जॉय स्टिक, लाइट पेन, बारकोड रीडर इत्यादि ये सभी Input डिवाइस के उदाहरण हैं. 

Output डिवाइस 

आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर हार्डवेयर का एक टुकड़ा है जो कंप्यूटर से डेटा प्राप्त करता है और फिर उस डेटा को दूसरे रूप में परिवर्तित करता है. वह Audio, Visual, Textual या Hard Copy जैसे Printed Document हो सकता है।

विंडोज क्या है?

Windows डेस्कटॉप के left side में मौजूद एक ऐसा area है, जिसमें windows पर आधारित program को चलाया जाता है. Window के मदद से कंप्यूटर के अधिकतर प्रोग्राम को run किया जाता है. चाहे किसी सॉफ्टवेयर को ओपन करना हो या फिर कंप्यूटर को बंद करना हो Window के जरिए दोनों ही काम किए जाते हैं।

कंप्यूटर प्रोग्राम क्या है?

एक कंप्यूटर programme instructions का एक संग्रह है, जिसे किसी विशिष्ट कार्य को करने के लिए कंप्यूटर द्वारा commands दिया जाता है. कंप्यूटर के programme को एक programmer लिखता है. प्रोग्राम से मदद सही कंप्यूटर में किसी भी task को परफॉर्म किया जाता है।

कंप्यूटर programme, libraries और programme से संबंधित डाटा के संग्रह को सॉफ्टवेयर के नाम से भी जाना जाता है. कंप्यूटर प्रोग्राम को कोई अलग अलग तरह से categorise किया गया है, जैसे एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर और सिस्टम सॉफ़्टवेयर।

उदाहरण के तौर पर समझे तो अगर आपको कंप्यूटर में कोई letter लिखनी है तब आपको कंप्यूटर के word processing programme इस्तेमाल करना होगा यानी आपको Microsoft word का उपयोग करना होगा।

वहीं अगर आपको कंप्यूटर में अपना account record करना है तो आपको कंप्यूटर के Microsoft Excel कमाल करना होगा।

ड्राइव क्या है?

Drives एक hardware component हैं जिसका उपयोग data store करने के लिए किया जाता हैं. हर कंप्यूटर में कम से कम दो Drives होते ही हैं. एक hard drive और दूसरा CD/DVD होता है. कंप्यूटर में मौजूद हार्ड ड्राइव को C:\drive के नाम से जाना जाता है. और CD को D:\drive के नाम से जाना जाता है. अगर आपके कंप्यूटर में एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव है तो आप उसका partitioned करके दूसरे ड्राइव क्रिएट कर सकते हैं।

फोल्डर क्या हैं?

ब्यूटी के ड्राइवर मौजूद दांतों को सही से ऑर्गेनाइज करने के लिए फोल्डर्स का इस्तेमाल किया जाता है. कंप्यूटर के फोल्डर में फिजिकल फोल्डर की तरह ही होते हैं जिसके अलग अलग फोल्डर में अलग अलग डाटा को store करके रखा जाता है।

फाइल क्या हैं?

File एक computerised document हैं, इसमें एक तरह के information को स्टोर किया जाता हैं।

डेटाबेस क्या हैं?

Database बहुत सारे संबंधित डाटा का एक संग्रह है जो इस तरह से organised रहता है कि यूजर इसे आसानी से access, update और maintain कर सकते हैं. Database में non redundant data भी store रहते हैं जिससे इसे आसानी से different application system को शेयर किया जा सकता है. Non redundant data दूसरे डेटा के बीच consistency बनाकर रखता है।

Database डाटा के फिजिकल स्टोरेज को application programme से अलग करने का काम करते हैं. इस प्रक्रिया को data independence के नाम से जाना जाता है. इस तरह के data independence मैं प्रोग्रामर कोई जानकारी नहीं होती है कि डाटा को किस तरह से store किया गया है।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम क्या है?

Database Management System database को maintain या यूं कहे कि organised करने का एक तरीका हैं जिसमे database में सिर्फ successful transaction को store किया जाता हैं. एक successful transaction वही होता हैं जिसमे ACID के सभी property मौजूद होती हैं. ACID को विस्तार से कहे तो इसका full form atomicity, consistent, isolated और durable हैं।

Atomicity : एक ट्रांजेक्शन में Atomicity का मतलब ट्रांजेक्शन का पूरा complete होना जरूरी हैं. जैसे अगर आप money transfers करते हैं तो एक पैसे भेजने वाले पार्टी के अकाउंट से पैसे कट कर पैसे रिसीव करने वाली पार्टी के अकाउंट में पैसे रिसीव होना Atomicity transaction हैं।

Consitency : consitency database में लगातार data के ट्रांजेक्शन को दर्शाता हैं।

Isolation – Database में Isolation एक समय में एक ट्रांजैक्शन के होने को दर्शाता है. इसे serializability भी कहते हैं।

Durability : Durability Database में मौजूद डाटा को लंबे समय तक स्टोर करने के प्रक्रिया को कहा जाता हैं।

कंप्यूटर की सबसे छोटी इकाई क्या है?

कंप्यूटर की सबसे छोटी इकाई bite होती है.

1 KILO BITE में कितनी BITE होती है?

1 KILO BITE में 1024 BITE होती है.

1 MEGA BITE में कितनी KILO BITE होती है?

1 MEGA BITE में 1024 KILO BITE होती हैं.

1 TERA BITE में कितनी GIGA BITE होती है?

1 TERA BITE में 1024 GIGA BITE होती हैं.

आज आपने क्या सीखा

दोस्तों मुझे उम्मीद है कि इस पोस्ट में बताएं गई जानकारी को पढ़ने के बाद आपको कंप्यूटर के बारे में जानकारी मिल गई होगी. हम आपके लिए ऐसे इंटरेस्टिंग और ‌काम जानकारी लेकर आते रहते हैं. कंप्यूटर से जुड़ी और जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे दूसरे पोस्ट को भी जरूर पढ़िए आप को उनसे फायदा जरूर होगा।

अगर आपको हमारा यह काम पसंद आया हो तो इस अपने दोस्तों के साथ शेयर करना बिल्कुल ना भूलें. हमारी हमेशा यही कोशिश रहती है कि पोस्ट में पाठकों को पूरी नॉलेज मिल जाए ताकि उनसे किसी भी तरह की जानकारी मिस न हो. यह पोस्ट आपको कैसा लगा नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।

धन्यवाद।

About the Author

Prabhanjan Sahoo

Prabhanjan Sahoo

मैं Prabhanjan, HindiMe का Technical Author & Co-Founder हूँ। Education की बात करूँ तो मैं एक Enginnering Graduate हूँ। मुझे नयी नयी Technology से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।

Related Posts

Leave a Comment