डिस्ट्रीब्यूटर (Distributor) कैसे बने?

आज किसी इंसान के लिए सरकारी नौकरी प्राप्त करना बहुत कठिन हो गया है. वे इसके लिए मेहनत तो बहुत करते हैं लेकिन बहुत कम ऐसे लोग हैं जिन्हें सफलता मिल पाता है. ऐसे बहुत से लोग अपना Business करना चाहते हैं. कई लोग चाहते हैं कि वे डिस्ट्रीब्यूटर कैसे बने. क्या आप भी चाहते हैं Distributor बनना.

यदि आप भी Distributor बनना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए काफ़ी ज्यादा फायेदेमंद होने वाला है . आज इस पोस्ट में हम बताएंगे Distributor कैसे बनते है? Distributor बनने के लिए कुछ जरूरी Tips. यदि आप भी सरकारी नौकरी के बजाय अपना खुद का Business करने को सोच रहे हैं तो Distribution एक बहुत ही अच्छा विकल्प है.

डिस्ट्रीब्यूटर किसे कहते है?

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डिस्ट्रीब्यूटर को अंग्रेजी के Distribute शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ होता है Distribute करना या वितरित करना. डिस्ट्रीब्यूटर को हिंदी में वितरक भी कहा जाता है. आर्थिक दृष्टि से, एक Distributor एक व्यक्ति या समूह होता है जो अंतिम उपभोक्ता(Customer) को एक उत्पाद(Product) वितरित करता है.

उत्पादकों(Manufacturers) से उत्पाद खरीदकर, फिर उन्हें खुदरा विक्रेताओं(Dealers) को या फिर सीधे Customers को बेचकर वितरण (Distribution) प्रक्रिया को समझा जा सकता है.

डिस्ट्रीब्यूटर आमतौर पर निर्माताओं से बहुत बड़ी मात्रा में उत्पाद खरीदते हैं. लाभ कमाने के लिए, डिस्ट्रीब्यूटर इसे बिक्री मूल्य के साथ उपभोक्ताओं(Customer) तक ले जाता है. सीधे शब्दों में कहा जाए तो एक वितरक(Distributor) उत्पादकों(Manufacturers) और उपभोक्ताओं(Customers) के बीच एक संपर्क है. ऐसे मुख्य कार्य के साथ, Distribution function को निम्नानुसार समझाया जा सकता है:
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  • वस्तुओं / सेवाओं को खरीदना, जिसका अर्थ है कि वितरक उत्पादकों से उत्पाद या सेवाओं के रूप में सीधे उत्पाद खरीदते हैं और फिर उन्हें छोटे व्यापारियों या प्रत्यक्ष उपभोक्ताओं को वितरित या Distribute करते हैं.
  • अन्य व्यापारियों या प्रत्यक्ष उपभोक्ताओं को सामान या सेवाओं को वितरित करने से पहले माल / सेवाओं का भंडारण करना, वितरकों को एक निश्चित समय के लिए इन उत्पादों को संग्रहीत करने का भी काम सौंपा जाता है.
  • सामान / सेवाएं बेचना, छोटे व्यापारियों को सामान वितरण करके वितरक इन उत्पादों की बिक्री का लाभ उठाते हैं.
  • माल / सेवाओं को परिवहन करना, जिसका अर्थ है कि वितरक का कर्तव्य है कि वह उत्पादकों से छोटे व्यापारियों या सीधे उपभोक्ताओं तक उत्पादों का सुरक्षित हस्तांतरण क करे. हालांकि, नुकसान को कम करने के लिए परिवहन लागत को उत्पाद की बिक्री मूल्य में शामिल किया जा सकता है.
  • डिस्ट्रीब्यूटर का ही कार्य वस्तुओं को पहुंचाने से अहले वस्तुओं / सेवाओं का वर्गीकरण, उत्पादों के प्रकार, आकार के अनुसार छाँटना, आदि है.
  • डिस्ट्रीब्यूटर का ही कार्य होता है वस्तुओं / सेवाओं के बारे में विशेष जानकारी प्रदान करना. साथ ही उत्पाद की अनुमानित कीमत और उपलब्धता भी.

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आशा करता हूं आप डिस्ट्रीब्यूटर के कार्यप्रणाली को समझ गए होंगे. अब हम बात करते हैं Distributor कैसे बनें?

डिस्ट्रीब्यूटर को हिंदी में क्या कहते हैं?

डिस्ट्रीब्यूटर का हिंदी अर्थ वितरक है.

डिस्ट्रीब्यूटरशिप कैसे ले

जैसा कि आपने ऊपर सीखा डिस्ट्रीब्यूटर का मतलब होता है वितरण करना. यानी किसी भी माल को खरीदना और बेचना. डिस्ट्रीब्यूटर बनने के लिए आपको सबसे पहले यह Decide करना होगा कि आप कौन से सामान के लिए व्यापार करेंगे. साथ ही आपमें व्यापार को Manage करने का हुनर तथा जज्बा होना चाहिए.

Customers के साथ तालमेल रखना, उनसे अच्छी तरह बातचीत करना, Market कि स्थिति का पता लगाना एक डिस्ट्रीब्यूटर का मुख्य काम है. चलिए अब जानते हैं डिस्ट्रीब्यूटर कैसे बना जाता है उसके सन्बदर्नभ में कुछ जरूरी Tips जानते हैं.

जैसा कि मैंने ऊपर बताया यदि आप डिस्ट्रीब्यूटर बनना चाहते हैं तो आपमें कुछ विशेष गुण का होना जरूरी है. तभी अपने Business में कामयाबी प्राप्त की जा सकती है. यहां कुछ जरूरी टिप्स दिए गए हैं जो आपको Distributor बनने में सहायता करेंगे.

1. सही Business Plan बनाएं

किसी भी व्यापार को सफल बनाने के लिए सही Business Plan का होना जरूरी है. आप कब कौन से काम करेंगे. सही योजना के साथ काम करें. सबसे पहले आप यह Decide करें कि आप कौन से Product कि Business करेंगे और उसकी Market में क्या Demand है.

लोग क्या मांग रहे हैं, क्या उन्हें सही चीज मिल पा रहा है या नहीं. यह सब सोच विचार करके अपना एक Business Plan तैयार करें.

2. Market के बारे में जानकारी प्राप्त करें

यदि आप डिस्ट्रीब्यूटर बनना चाहते हैं सबसे पहले आपको Market के बारे में जानकारी प्राप्त करना होगा. आप पता लगाना चाहिए कि Market में कौन से Products अधिक Sell होते हैं, कौन से सामान ली अधिक Demand है. कौन से प्रोडक्ट के बिजनेस करने से बचना चाहिए आदि.

यदि आपके पास इस तरह की जानकारी कि कमी है तो आप अपने Business में खुद का नुकसान कर सकते है. अतः Distributor बनने के लिए एक बार Market Research करना जरूरी है.

3. Product की जानकारी प्राप्त करें

दूसरी सबसे जरूरी चीज आप जिस Product का व्यापार कर रहे हैं या आप जिस भी Product को Customer को Provide करवा रहे हैं उसके बारे में Knowledge होना आवश्यक है. क्योंकि यदि आपसे कोई Customer Product से जुड़े कोई सवाल करें तो आप उन्हें संतुष्ट कर सकें.

मान लीजिए Customer को Product का सही तरीके से प्रयोग करने में परेशानी आ रही हो और आप उसके लिए उन्हें सही जानकारी नहीं दे पा रहे हों तो हो सकता है धीरे धीरे वे आपसे सामान खरीदना बंद कर दे. अतः जो भी सामान को आप Distribute कर रहे हैं उसके बारे में प्रयाप्त जानकारी रखें.

4. कागजी कार्यवाही से परिपूर्ण रहें

आज दुनिया पहले जैसी विश्वास पर टिकी नहीं है. Customers को अपने खरीदारी के लिए सही Bill देना सुनिश्चित करें. यदि आप कोई ऐसी सामान Distribute करवा रहे हैं जिसमें GST लग रहा हो तो Customers को पक्का GST bill देना सुनिश्चित करें. यदि आप उन्हें सही Bill प्रोवाइड नहीं कराते हैं तो वे आपसे असंतुष्ट हो सकते है.

उन्हें ऐसा लग सकता है जैसे आप उनके साथ धोखा कर रहे है. Customers का विश्वास बनाने के लिए आपको Distribution की कागजी कार्यवाही से परिपूर्ण होना होगा.

5. Business के नुकसान को झेलने की क्षमता रखें

यह तो आप भी जानते हैं कि कोई भी Business हमेशा एक जैसा नहीं चलता रहता. Business में उतार चढ़ाव होता रहता है. अतः इस तरह की उतार चढ़ाव से घबराएं नहीं और हमेशा मन लगाकर व्यापार करें. आपमें लाभ तथा नुकसान को झेलने की क्षमता होना जरूरी है.

यदि आप अपने छोटे बड़े नुकसान से घबरा जाएंगे तो आपके बिजनेस पर बुरा प्रभाव एड सकता है. एक बात का ध्यान रखें कि व्यापार में लाभ हानि होते रहते हैं. आप यह सोचें कि आज आपका जितना नुकसान हुआ अगले दिन आप उससे दुगनी Profit प्राप्त कर लेंगे.

डिस्ट्रीब्यूटर का क्या काम होता है ?

यदि आप जानना चाहते हैं की आखिर ये Distributer क्या काम करते हैं, तो में आपको ये बताना चाहता हूँ की डिस्ट्रीब्यूटर मैनुफैक्चरिंग कंपनी से माल लेकर डीलर या थोक विक्रेता तक माल को पहुंचाना होता है.

ये निर्माता व डीलर के बीच की कड़ी है. इसके बाद ये सामान उपभोक्ताओं व ग्राहकों तक पहुंचता है. तो हम कह सकते हैं की ये Company को Dealer के साथ जोड़ने का काम करते हैं.

आज आपने क्या सीखा

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख डिस्ट्रीब्यूटर कैसे बने जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को वितरक बनने की पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है.

इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप निचे comments लिख सकते हैं.

यदि आपको यह लेख अच्छा डिस्ट्रीब्यूटर क्या है पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter और दुसरे Social media sites share कीजिये.

About the Author

Priyanka Das

Priyanka Das

Priyanka, शिक्षा, करियर, नौकरी, और कौशल के बारे में अपने अनुभव और ज्ञान को लिखती हैं। वह अपने पाठकों को उनकी पेशेवर और व्यक्तिगत उन्नति में मार्गदर्शन देती हैं।

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Comments (10)

    • sir ye bta digiye ki ydi hm kisi manufacture se product buy kete hai to use kitna amount dena pdta . kya product ka full amount dena pdta hai .
      Ex. hmne 100 rupee ka product liya to hme use kitna dena pdega . kyoki hmko bhi pese company degi aur compay thoda time to legi to kya krna pdega

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