Mobile Phone Generation क्या है और इसके प्रकार?

शायद आप सभी लोग Mobile Phone का इस्तमाल करते होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं की ये Mobile Phone Generation क्या है, इसके प्रकार और ये कैसे एक generation से दुसरे में बदलता रहता है. इन generations में हो रहे इस बदलाव के कारण ही आप अपने Mobiles से telecommunication और networking के मदद से  आप आसानी से अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और प्रियजनों से बातचीत कर पाते हैं।

Telecommunication और networking हमेशा से एक core technology रही है जो की mankind और technology को evolve होने में मदद करती है. अगर इन Mobile generations का advancement नहीं हुआ होता तब आज हम इसके सुविधाओं का लाभ नहीं उठा रहे होते, जैसे की बहुत सारे channels, 3G, 4G जैसे technology, speed internet इत्यादि।

Mobile generations के technology में जो की आपके cell phones और दुसरे mobile devices में इस्तमाल किया जाता है वो विगत कुछ वर्षों में काफी evolve हुआ है. ये technology की शुरुवात revolutionary 1G (जिसे की सबसे earliest form of voice only network भी माना जाता है) से हुई थी और आज के 4G तक ये पहुँच पाई है और आने वाले समय में हम 5G Technology को भी इस्तमाल करेंगे।

बात यहाँ पर ये उत्पन्न होती है की आखिर इन generations के technology में ऐसे कोन से principles हैं, और ऐसे क्या बदलाव लाया गया है, क्या है इन generations के प्रकार?

इसलिए आज मैंने सोचा का क्यूँ न आप लोगों को इन सभी Mobile generation और उसमें इस्तमाल हुई technology के विषय में पूरी जानकारी प्रदान करूँ जिससे आप लोगों की इसे समझने में आसानी हो. साथ में आप भी इसे किसी दुसरे को बता सकें. बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की Mobile Generations क्या होता है?

Mobile Phone Generation क्या है?

Mobile Generations का अगर सही माईने में अर्थ समझा जाये तब हम इसे ऐसे generations की series कह सकते हैं जो की प्रति 10 वर्षों में upgrade होता रहता है. जहाँ इसकी शुरुवात 1G (first generation) से हुई थी वहीँ समय के साथ साथ इसमें ऐसे बहुत से बदलाव आये और हमने 2G, 2.5G, 3G जैसे बहुत से पीडियां आयीं लेकिन सभी में upgradation हुईं और वो दुसरे में परिवर्तित होने लगीं।

अभी हम 4G technology का इस्तमाल करते हैं, लेकिन क्या आपको ये G का मतलब पता है? यदि नहीं तो कुछ बात नहीं क्यूंकि इसके विषय में हम आगे पूरी अच्छे तरीके से समझेंगे।

Mobile Phone Generation Hindi

अक्सर लोगों को इस ‘G’ के बारे में कुछ भी पता नहीं होता है. वो तो बस इसे इस्तमाल करते हैं क्यूंकि इसे सबके द्वारा इस्तामाल में लाया जाता है. ‘G’ का सही माईने में अर्थ होता है “Generation”, उदहारण के लिए 3G मतलब की Third Generation, वहीँ 4G का मतलब है Fourth Generation।

इसमें ये number बस एक representation होता है, technology के evolution का.जैसे जैसे नयी technology का आविस्कर हुआ वैसे वैसे Technology का generation भी बढ़ता चला गया. यदि में अभी की बात करूँ तब अब हम 4th generation of wireless communication technology का इस्तमाल कर रहे हैं. वैसे ये technology की शुरुवात 1G से हुई थी और समय के साथ साथ ये बढती भी चली गयी, 2G, 3G, 4G इसके सब बाद के technologies हैं।

अभी ज्यादातर wireless carriers currently दोनों 4G और 3G technology को support कर रहे हैं, जो की काफी handy है इसलिए की जहाँ पर 4G की coverage नहीं होती है वहां पर 3G speed से काम चल सकता है. अगर हम थोड़ी दृष्टी भूतकाल में डालें तब 1G को सबसे पहले सन 1979 में introduced किया गया, उसके बाद से प्रत्येक 10 वर्षों में एक नयी Mobile generation को release किया जाता आ रहा है।

ये सभी technology को mobile carrier और device में इस्तमाल किया जाता है. Generation के हिसाब से उनमें अलग अलग speeds और features होते हैं जो की generation wise बढ़ते ही जाते हैं. आने वाले समय में 5G को launch किया जायेगा।

प्रत्येक Generation में कुछ अलग ही telephone network standards होते हैं, जो की किसी particular mobile phone system में इस्तमाल हुए technological implementation को दर्शाता है. जैसे जैसे speed increase होता है वैसे वैसे उस speed को हासिल करने के लिए उस technology को भी बदलना पड़ता है।

उदहारण के लिए 1G offer करता है 2.4 kbps, 2G offer करता है 64 Kbps GSM Technology में, 3G offer करता है 144 kbps से 2 mbps वहीँ 4G offer करता है 100 Mbps से 1 Gbps और जो की LTE technology पर based होता है।

साथ में जैसे जैसे technology में advancement होती है वैसे वैसे नए generation में बहुत सारे नए features भी देखने को मिलते हैं क्यूंकि आखिर में wireless communication का मुख्य उद्देश्य ही है की कैसे वो high quality, reliable communication प्रदान कर सकें।

किसने Wireless Technology की खोज की थी?

Wireless Technology (बेतार तरंग) की खोज Guglielmo Marconi और Karl Ferdinand Braun ने 1894 में की थी. वहीँ उन्हें 1909 में Physics में Nobel prize से सम्मानित किया गया Wireless Telegraphy के field में योगदान देने के लिए।

Mobile Generation के प्रकार

यहाँ पर हम सभी Mobile Generations के प्रकारों के विषय में जानेंगे और कैसे उनमें बदलाव आया. तो फिर चलिए जानते हैं Mobile Generations के types के बारे में।

1G: Voice Only

इसे First Generation Wirless Technologies भी कहा जाता है. साथ में ये केवल Voice Calls को ही केवल support करता है. इसे सबसे पहली बार सन 1979 में introduced किया गया था।

1G analog technology होती है, और जिन phones में इसे इस्तमाल किया जाता है उसमें बहुत ही poor battery life और voice quality होती है. इसके अलावा भी ये ज्यादा secure नहीं होता है और बार बार call drop जैसे असुविधाएं इसमें आती रहती हैं.
चलिए 1G Technology के विषय में कुछ जानते हैं :

  • 1G technology FDMA का इस्तमाल करती है अलग अलग Subscribers के लिए एक single user के द्वारा एक single channel में.
  • 1G Technology की maximum speed 2.4 Kbps होती है.
  • Voice quality बहुत low होती है और इसे noise से काफी effect पड़ती है.
  • ये केवल voice call ही support करता है, Data नहीं.
  • Mobile handset की battery बहुत ही कम backup प्रदान करती हैं.
  • इस System में Voice को higher frequency up to 150 MHz या उससे ज्यादा तक modulate किया जाता है.
  • ये थोडा ज्यादा Costly होता है क्यूंकि इसमें 1 subscriber per carrier ही support करता है, जिसके लिए एक tower में बहुत ही कम call support करता है.

2G: SMS और MMS

Cell phones को तब नया और पहला major upgrade मिला जब उनकी technology 1G से upgrade होकर 2G में पहुँच गयी. यह बदलाव सबसे पहली बार Finland में सन 1991 में हुआ वो भी GSM networks में और इसके बाद cell phones की technology analog से digital communications में बदल गयी।

इस नयी 2G telephone technology में call और text encryption, साथ में data services जैसे की SMS, picture messages, और MMS को भी शामिल किया गया. वैसे तो 2G ने पूरी तरह से 1G को replace कर लिया और साथ में इसे भी बाकि के technologies ने supersed भी कर लिया, लेकिन आज भी बहुत ही जगहों में इस technologies का इस्तमाल अभी भी किया जाता है।

चलिए 2G Technology के विषय में कुछ जानते हैं : –

  • 2G में digital signals का इस्तमाल होता है.
  • इसमें Data speed upto 64Kbps तक जा सकता है.
  • इसमें कई services जैसे की SMS, Picture message और MMS enabled होती हैं.
  • 1G के comparison में ये बेहतर quality और quantity प्रदान करती है.
  • 2G को ठीक ढंग से काम करने के लिए strong digital signals की जरुरत होती है नहीं तो ये ठीक से काम नहीं कर सकती है.
  • ये system Videos जैसे complex data को handle नहीं कर सकती है.

2.5G: Data

2G के बाद और 3G के आने से पहले एक नयी technology आई जिसे की 2.5G का नाम दिया गया. यह एक ऐसी technology है जो की 2G और 3G technology के भीतर आता है. कभी कभी 2.5G को 2G Cellular technology जिसे की GPRS के साथ combine किया गया है भी कहा जाता है।

2.5G में एक नए packet-switching technique का introduction किया गया था जो की 2G technology की तुलना में ज्यादा efficient था. उसके बाद 2.75G आया, जो की एक theoretical threefold speed increase प्रदान किया. AT&T वो पहला GSM network था जिसने की 2.75G EDGE के साथ support किया U.S में।

चलिए 2.5G Technology के विषय में कुछ जानते हैं:

  • इसमें Call की सुविधा होती है.
  • इसमें आप E-mail messages को send और receive कर सकते हैं.
  • इसमें Web Browsing कर सकते हैं.
  • इसकी Speed 64-144 Kbps होती है.
  • इसमें Camera Phone होता है।

3G: More Data, Video Calling, और Mobile Internet

3G यानि की Third Generation Mobile technology की शुरुवात सन 1998 में हुई थी. इसके आने से data-transmission speeds में काफी बढ़ोतरी हुई. लोगों ने इसका इस्तमाल ज्यादा data-demanding चीज़ों में जैसे की video calling और mobile internet access में करने लगे. ये term “mobile broadband” को सबसे पहली बार 3G cellular technology के लिए किया गया।

2G के तरह ही, 3G को भी evolve किया गया 3.5G और 3.75G में जिसमें और ज्यादा features को introduce किया गया. इसकी maximum speed है around 2 Mbps non-moving devices के लिए और 384 Kbps moving vehicles के लिए।

Technological Advancement के नज़रिए से ये एक बहुत बड़ा revolution है network और data transmission के लिए. 3G की speed capabilities 2 mbps तक होती है. इसके मदद से smartphones पर आप faster communication, send/receive large emails और texts, fast web browsing, video streaming इत्यादि आसानी से कर सकते हैं।

चलिए 3G Technology के विषय में कुछ जानते हैं :-

  • ज्यादा बेहतर Faster Communication प्रदान करता है.
  • आसानी से बड़े बड़े Email Messages को send और receive कर सकते हैं.
  • ये high speed web प्रदान करती है.
  • 2G के मुकाबले ये ज्यादा security प्रदान करता है.
  • इसमें आप Video conferencing और 3D Games आसानी से खेल सकते हैं.
  • TV Streaming/ Mobile TV/ Call आदि की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं.
  • इसमें बड़ी capacities और Broadband capabilities भी होती हैं.
  • इसकी download speed बहुत ही बेहतर होती है 2G के मुकाबले.

4G: अभी की Standard

4G का मतलब है fourth generation mobile networking. इसे 2000 में ही develop किया जा चूका था लेकिन इसका इस्तमाल 2008 से ही किया गया. ये mobile web access को support करता है जैसे की 3G करता है और साथ में ये gaming services, HD mobile TV, video conferencing, 3D TV, और ऐसे बहुत सारे features को भी support करता है जिनमें की high speeds की जरुरत होती है।

Maximum Speed जो की 4G network support करती है वो होती है 100 Mbps. वहीँ 1 Gbps तक की speed low-mobility communication में पाया जा सकता है जब caller stationary हो. प्राय सभी current cell phone models में दोनों 4G और 3G technologies को support करती है।

चलिए 4G Technology के विषय में कुछ जानते हैं :-

  • इसे Mobile Broadband भी कहा जाता है.
  • एक ऐसा term है जो की इसे बेहतर describe करता है वो है ‘MAGIC’. जहाँ पर M का अर्थ होता है Mobile Multimedia, A का अर्थ होता है Anytime Anywhere, G का अर्थ होता है Global Mobility Support, I का अर्थ होता है Integrated Wireless Solution, C का अर्थ होता है Customized Personal Services.
  • इसमें High data rates और expanded multimedia services होती है.
  • इसमें Speed 100Mbps से 1Gbps तक हो सकती है.
  • इसमें ज्यादा Speed, ज्यादा capacity और ज्यादा security भी होती है.

5G: आने वाला है

5G का अर्थ होता है Fifth Generation. यह एक ऐसी wireless technology है जिसे की अभी तक implement नहीं किया गया है और इसे 4G से ज्यादा improve किया गया है. इसकी शुरुवात सन 2020 से होने की संभावनाएं हैं।

5G में हमें ज्यादा faster data rates, higher connection density, जिसमें कम latency हो, और energy savings, जैसे कई major improvements देखने को मिल सकते हैं. Speed की बात करूँ तो इसमें करीब 20 Gbps तक की speed हासिल किया जा सकता है।

चलिए 5G Technology के विषय में कुछ जानते हैं : –

  • इसमें हमें High Speed और High Capacity मिलेगी.
  • इसमें ज्यादा broadcasting of data भी मिलेगी.
  • Multi Media को हम High Definitions में देख सकते हैं.
  • पहले के generations की तुलना में इसमें faster data transmission देखने को मिलेंगे.
  • बड़ी Phone memory, dialling speed और audio/video की clarity में इजाफा दिखाई पड़ेगा.
  • ये बहुत सारे features जैसे की interactive multimedia, voice, streaming video और internet इत्यादि देखने को मिलेंगे.

1G vs 2G vs 3G vs 4G vs 5G

 1G2G3G4G5G
कब Introduce हुआ1980’s1990’s2000’s2010’s2020’s
Basic featureBasic Analogue Voice No IPDigital Voice No IPDigital Voice WWW MultimediaVoice Over IP HD VideoVoice Over IP VR V2X IoT
Speed2.4Kbps14Kbps2Mbps300Mbps1Gbps
CarrierOne network for voiceOne network for voiceOne network for voice other networks for IPOne network for IPOne network for IP
TechnologyNMT AMPS TACSGSM IS-95 2.5G (GPRS EDGE)UMTS CDMA 2000 3.5G (HSDPA HSUPA HSPA+ LTE)LTE Advanced 4.5G (LTE Advanced PRO)LTE Advanced PRO NR

Mobile Generations का भविस्य

विगत कुछ वर्षों में Mobile generations के field में काफी advancement नज़र आई है. इसके development में और इसके core functionality में भी काफी बदलाव नज़र आया है. जिस तरह से इसमें इतना development हुआ है, इससे ये बात पता चलता है की आने वाले समय में इस field में और भी advancements होना अभी बाकि है।

5G की technology अभी केवल कुछ ही सालों में तैयार होकर हमारे निकट पहुँच जाएगी. आने वाले भविस्य में ये Wireless Network Technology की पूरी परिभाषा ही बदल कर रख देगी. इसमें ऐसे बहुत से features आने वाले हैं जो की न केवल हमारे लिए उपयोगी होंगे बल्कि ये हमारे रहन सहन को भी बदल कर रख देंगे।

इसके लिए हमें इंतजार करना होगा उस समय तक का जब ये हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल कर रख देगी।

आज आपने क्या सीखा

मुझे आशा है की मैंने आप लोगों को Mobile Phone Generation क्या है के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को Mobile Generations क्या है के बारे में समझ आ गया होगा।

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं. आपके इन्ही विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा।

यदि आपको मेरी यह post 1G vs 2G vs 3G vs 4G vs 5G in Hindi अच्छा लगा हो या इससे आपको कुछ सिखने को मिला हो तब अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये।

About the Author

Prabhanjan Sahoo

Prabhanjan Sahoo

मैं Prabhanjan, HindiMe का Technical Author & Co-Founder हूँ। Education की बात करूँ तो मैं एक Enginnering Graduate हूँ। मुझे नयी नयी Technology से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।

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Comments (14)

  1. Nice Article Brother…मै आपका old Followers हू सभी आर्टिकल पढता हू

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  2. nice bhai aap jitne bhi post likte ho unhe padhne mai maza aa jata hai or aap tarike se bhi likhte ho ek no website ese hi kaam karte raho

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  3. लेख पढने पे आभाष होता है की टेक्नोलॉजी आज कितना बिकसित हो चूका है. सुरुवाती 1G और आज का 4G में जमीन आसमान का फर्क है. आज अगर 1G टेक्नोलॉजी का mobile लोगो को यूज़ करने को बोला जाये तो ज्यादातर लोग अपना हाथ ऊपर उठा लेंगे और बोलेंगे भैया मुझे नहीं रखना कोई फ़ोन वोन…… खैर जो भी हो. काफी knowledgeful पोस्ट लिखा है आपने. धन्यवाद्.

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