प्लॉटर प्रिंटर क्या है और इसके प्रकार?

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क्या आप जानते हैं की Plotter क्या है? छोटे मोटे Pictures को print करने के लिए हम Printers का इस्तमाल करते हैं. जिन्हें की आप सभी ने अपने घरों में, offices में यहाँ तक की दुकानों में जरुर से देखा होगा।

लेकिन जब बात बड़े size की print की होती है, जैसे की किसी Building का structure, किसी bridge या dam का blue print का तब आप इन जगहों में normal printer का इस्तमाल नहीं कर सकते हैं. यहाँ पर जिस device का इस्तमाल किया जाता है उसे Plotter कहते हैं।

ये प्लॉटर एक प्रकार के special output device होते हैं जिनका इस्तमाल बड़े graphs, large designs के hard copy प्रिंट करने के लिए इस्तमाल किया जाता है. जैसे की construction maps, engineering drawings, architectural plans और business charts.

इन प्लॉटर मशीन को या तो आप एक peripheral component के हिसाब से अपने computer system में add कर सकते हैं या एक standalone device के तोर पर उनकी अपनी ही internal processor के साथ run कर सकते हैं।

इसलिए यदि आपको Plotter के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करनी है तब आपको यह article प्लॉटर मशीन क्या है की पूरी तरह से पढना होगा. तो बिना देरी किये चलिए आगे बढ़ते हैं।

प्लॉटर क्या है (What is Plotter in Hindi)

Plotter Kya Hai Hindi
प्लॉटर का चित्र

एक प्लॉटर असल में एक printer ही होता है जिसे की design किया गया होता है vector graphics को print करने के लिए. ये paper में individual dots को print करने के जगह में, plotter continuous lines draw करते हैं. यही plotter को ideal बनाते है architectural blueprints, engineering designs, और दुसरे CAD drawings को करने के लिए।

ये plotter एक प्रकार के graphics printer होते हैं जो की ink pens का इस्तमाल करते हैं images को draw करने के लिए. इसमें pens अक्सर paper के surface में move करते हैं. वहीँ इन Plotters का इस्तमाल vector graphics format के लिए भी होता है।

प्लॉटर का अविष्कार किसने किया?

सबसे पहला plotter का invention Remington-Rand के द्वारा सन 1953 में हुआ था. ये असल में एक conjunction था UNIVAC computer के साथ, जिसका इस्तमाल technical drawings create करने के लिए किया जा रहा था।

प्लॉटर कैसे काम करता है?

यदि आपको समझना है की प्लॉटर मशीन कैसे काम करते हैं, तब आपको इसके दो मुख्य types के विषय में जानना होगा, जो की हैं : flatbed plotters और drum plotters

Flatbed plotters में एक ऐसा system का इस्तमाल होता है जहाँ की paper को fix रखा जाता है, और plotter pen को ऊपर और नीचे move करता है और वहीँ left और right भी, ये ऐसा paper पर required marks draw करने के लिए करता है।

Drum plotters में pen को up और down move किया जाता है, और साथ में paper को left और right करने के लिए drum को rotate किया जाता है. यह enable करता है drum plotters को एक footprint छोटा होने के लिए final paper size की तुलना में।

Plotters में एक से ज्यादा pen का भी इस्तमाल किया जा सकता है, जिससे ये इसे अलग अलग colours को draw करने के लिए allow करता है।

प्लॉटर की परिभाषा

एक plotter ऐसा computer hardware device जो की बहुत ही ज्यादा printer के जैसे ही होआ है और इसका इस्तमाल vector graphics को print करने के लिए होता है।

यहाँ पर toner के जगह में, plotters इस्तमाल करते हैं एक pen, pencil, marker, या कोई दूसरा writing tool जिससे की वो draw कर सकें multiple, continuous lines paper के ऊपर, न की एक series of dots जैसे की एक traditional printer में होता है।

एक समय था जब इसका बहुत ज्यादा इस्तमाल हुआ करता था computer-aided design (CAD) के तोर पर, लेकिन अब इन devices का इस्तमाल थोडा कम हो गया है क्यूंकि इनके स्थान पर wide-format printers का इस्तमाल होने लगा है।

Plotters का इस्तमाल schematics के hard copy बनाने के लिए होता है और साथ में दुसरे similar applications के लिए भी।

प्लॉटर के प्रकार (Types of Plotter in Hindi)

प्लाटर कितने प्रकार के होते है? वैसे तो प्लॉटर प्रिंटर के बहुत सारे प्रकार होते हैं, लेकिन यहाँ पर हम कुछ महत्वपूर्ण Plotter types in hindi के विषय में भी बात करने वाले हैं।

Drum Plotter

इस प्रकार के plotter में एक drum होता है. जिस Paper के ऊपर design करना होता है उसे drum में रखा जाता है. यहाँ ये drum दोनों ही दिशाओं में rotate करने में सक्षम होता है. Plotters में एक से ज्यादा pen और penholders होते हैं. वहीँ ये holders को mount किया जाता है drum surface के perpendicular direction में।

Holder में स्थित pens बड़ी ही आसानी से left से right और right से left move कर सकते हैं. ये graph plotting program control करती है pen और drum के movement को।

Drum plotters (जिन्हें की roller plotters भी कहा जाता है) वो spin करते हैं paper को back और forth एक cylindrical drum में, वहीँ ink pens move करती है left और right।

इन दोनों directions को combine कर लेने से, lines को किसी भी direction में draw किया जा सकता है।

Flatbed Plotter

इन Plotters का इस्तमाल complex design,graphs, charts करने के लिए होता है. इन Flatbed plotter को table के ऊपर भी रखा जा सकता है. इस plotter में एक pen और एक holder होता है।

इसमें pen आसानी से बहुत से अलग अलग sizes के characters draw कर सकती हैं. इनमें एक से ज्यादा pens और pen holding mechanism भी हो सकती हैं. प्रत्येक pen की ink एक अलग ही रंग की होती है. अलग अलग colors के होने से ये मदद करती हैं multicolor design की document produce करने में।

इसमें plotting की area भी variable होती हैं. जैसे की ये vary करता है A4 से 21’*52′ तक.
Flatbed plotters में एक बड़ी horizontal surface होती है जहाँ की paper को place किया जाता है. यहाँ पर एक traveling bar lines draw करता है paper के ऊपर जैसे जैसे ये surface के across move करता है. Flatbed plotters में pen move करता है page के x और y axes के across।

ये आसानी से बहुत से designs draw कर सकता है जैसे की Cars, Ships, Airplanes, Shoes और Dress designs, Road और Highway design इत्यादि.

Roller Plotter

यहाँ एक roller plotter में, paper move होता है plotter के माध्यम से वहीँ machine drawing को print करता है।

Inkjet Plotter

यहाँ इस inkjet plotter में, यह image को create करने के लिए छोटे droplets की ink को paper में spray करता है. यह एक बहुत ही popular choice होती है advertising agencies और graphic designers के लिए, क्यूंकि inkjet plotters का इस्तमाल generally बड़े outputs के लिए होता है, जैसे की banners और billboards, roadside के बड़े signs इत्यादि।

ये दोनों thermal या piezoelectric models में उपलब्ध होते हैं।

जहाँ Thermal inkjet plotters heat का इस्तमाल करती हैं ink के droplets को spray करने के लिए, वहीँ piezoelectric plotters इस्तमाल करता है charged crystals का ink को apply करने के लिए. Inkjet plotters typically बेहतर quality के graphics print करते हैं दुसरे किसी plotter types की तुलना में।

Cutting Plotter

ये cutting plotter एक large scale cutting device होता है जो की produce करता है ready-cut mylar या vinyl lettering और graphics. इसमें Automated plotter knives material के sheet को cut करती है जो की plotter के flat surface area में होते हैं, साथ में ये कुछ इसप्रकार से design बनाते हैं जो की पास के computer में attached होती हैं।

इनका इस्तमाल sign making, billboard advertising और vehicle graphics में ज्यादातर होता है. ये devices बहुत ही ज्यादा speed और precision प्रदान करती हैं, जिसे की traditional method से प्राप्त करना बहुत ही कठिन होता है।

Plotter की Printing Size कितनी होती है?

ज्यादातर drum और flatbed plotters की output sizes बहुत ही बड़ी होती है standard inkjet और laser printers की तुलना में।

उदाहरण के लिए, एक typical inkjet printer create करती हैं documents जो की 8.5 inches तक की wide होती हैं. वहीँ एक drum plotter documents produce करते हैं जो की करीब 44 inches तक wide होती हैं।

वहीँ एक Drum Plotter के द्वारा print किया गया document की length केवल paper के size तक की ही होती है. वहीँ वो Documents जो की flatbed plotters के द्वारा print किये गए होते हैं उनकी length और width constrained होते हैं printing surface तक ही।

NOTE जहाँ pen plotters का अब भी इस्तमाल होता है, वहीँ ज्यादातर models के स्थान पर wide-format inkjet printers का इस्तमाल होने लगा है.

Printer vs Plotter

हम में ज्यादातर लोगों को ये पता ही है की Plotter असल में एक प्रकार के printers ही होते हैं. जहाँ printers का इस्तमाल हम computers से printout या hard copy लेने के लिए करते हैं।

वहीँ Plotter का इस्तमाल हम बड़े size के graphics को बनाने के लिए करते हैं जिसमें की एक pen और pen holder का इस्तमाल होता है paper में vector graphics को print करने के लिए।

Printer और Plotter में क्या अंतर है?

1. Plotters असल में एक sub category होता है printers का।

2. सभी plotters को हम printers मान सकते हैं, लेकिन सभी printers को हम plotters नहीं कह सकते हैं।

3. Plotters का इस्तमाल line images draw करने के लिए होता है, वहीँ printers का इस्तमाल dots के द्वारा images draw करने के लिए होता है।

4. एक plotter hold करता है pen और draw करते हैं lines, वहीँ printers laser technology का इस्तमाल करते हैं।

5. एक plotter का इस्तमाल हम बहुत ही बड़े images को draw करने के लिए कर सकते हैं जैसे की architecture में, वहीँ printers का इस्तमाल हम ज्यादा बड़े images के लिए नहीं कर सकते हैं।

S.No.PLOTTERPRINTER
1यह files को read करता है files जैसे की DWG, CDR, Al और दूसरे vector formats में।ये files को read करता है BMP, PDF और JPG TIFF formats में।
2यह एक ऐसा उपकरण है जो कंप्यूटर के माध्यम से दिए गए आदेशों की सहायता से पृष्ठ पर चित्र बनाता है।यह एक ऐसा उपकरण है जो एक नेटवर्क के माध्यम से दिए गए कमांड की मदद से पेज पर इमेज और टेक्स्ट लाता है।
3यह महंगा है ।प्लॉटर्स की तुलना में यह कम खर्चीला है।
4यह निरंतर रेखाएँ खींच सकता है।यह निरंतर रेखाएँ नहीं खींच सकता।
5यह धीमी गति से काम करता है।यह तेज गति से काम करता है।
6इसके सॉफ्टवेयर में Adobe Illustrator, Corel, Flexi और CAD शामिल हैं।इसके सॉफ्टवेयर में फोटोशॉप और कोई अन्य इमेज-एडिटिंग प्रोग्राम शामिल है।
7यह आउटपुट को एक सदिश ग्राफ़िक के समान प्रारूप में देता है।यह आउटपुट फ़ाइल डेटा को बिटमैप या पिक्सेल जैसे प्रारूप में देता है।
8उदाहरण ड्रम प्लॉटर, फ्लैटबेड प्लॉटर, पेन प्लॉटर, इलेक्ट्रोस्टैटिक प्लॉटर, इंकजेट प्लॉटर हैं।उदाहरण लेजर प्रिंटर, सॉलिड इंक प्रिंटर, एलईडी प्रिंटर, बिजनेस इंकजेट प्रिंटर, होम इंकजेट, प्रिंटर, 3 डी प्रिंटर हैं।

प्लॉटर का उपयोग

अब चलिए Plotters के applications के विषय में जानते हैं. आखिर प्लॉटर का क्या उपयोग है?

1. इनका इस्तमाल building के Architectural plan बनाने के लिए होता है।

2. इन्हें CAD applications में भी बहुत इस्तमाल किया जाता है, जिससे aircraft के mechanical components को आसानी से design कर सकें।

3. साथ में इन्हें बहुत से engineering applications में भी इस्तमाल किया जाता है।

Plotters के Advantages क्या हैं?

अब चलिए जानते हैं की Plotters के advantages क्या हैं।

1. Plotters आसनी से large sheets के paper में काम कर सकते हैं, वहीँ ये अपने high resolution को maintain भी करते हैं।

2. इन बहुत से variety के flat materials में print किया जा सकता है जिसमें plywood, aluminum, sheet steel, cardboard, और plastic शामिल हैं

3. Plotters allow करते हैं वहीँ same pattern को draw करने के लिए हज़ार बार वो भी बिना किसी image degradation के।

Plotters के Disadvantages क्या हैं?

अब चलिए जानते हैं की Plotters के disadvantages क्या हैं।

1. Plotters की size बहुत ही बड़ी होती है अगर हम इसकी तुलना एक traditional printer से करें तब।

2. Plotters बहुत ही ज्यादा expensive होते हैं एक traditional printer की तुलना में।

Modern Plotter Technology क्या है?

Pen plotters, उनके slow speeds और complex mechanisms के वजह से वो redundant बन गए हैं printing technologies के advancements के वजह से।

Inkjet technology ऐसे में एक ideal replacement है, इसकी एक small self-contained print head के वजह से ये आसानी से paper के across moves कर सकती है, जिससे ये allow करती हैं manufacturers को wide format plotters produce करने के लिए जो की बड़े paper size में print कर सकते हैं।

Microchip और memory advances से ये enable करती हैं plotters को perform करने के लिए, ज्यादा processing onboard, साथ में faster printing करने के लिए वो भी high resolutions के साथ, और high levels की accuracy के साथ।

वहीँ pen plotters में जहाँ केवल line art ही print किया जा सकता था, वहीँ एक बड़ी advantage है inkjet technology की ये बेहतरीन photo quality graphics print कर सकती है, साथ में plotter की versatility को बढ़ा भी सकती हैं।

क्या प्लॉटर एक Output डिवाइस होता है?

जी हाँ, प्लॉटर एक Output डिवाइस होता है।

प्लॉटर का इस्तमाल क्यूँ किया जाता है?

प्लॉटर का इस्तमाल पेपर पर graphical output को प्रिंट करने के लिए किया जाता है।

आज आपने क्या सीखा

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख प्लॉटर क्या है (What is Plotter in Hindi) जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को प्लॉटर के प्रकार के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है. इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे।

यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं।

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