- File system एक ऐसा organized तरीक़ा है जिससे की files को सठिक रूप से store किया जाता है, जिससे जब चाहे तब data को access किया जा सके।
- बिना एक file system के, data को massive chunk के रूप में store किया जाएगा, ऐसे में अलग अलग files को चिन्हित कर पाना मुश्किल है।
- अलग अलग operating systems अपने सुविधा के अनुसार अलग अलग file systems का उपयोग करते हैं जिसमें की specific strengths और weaknesses महजूद हो।
यदि आप computer background से हैं तो शायद आपको ये पता हो की File System क्या है और कितने प्रकार के होते हैं? यदि नहीं तब भी चिंता करने की कोई बात नहीं है क्यूंकि आज हम computer की यह File System क्या होता है और उससे जुडी सभी चीजों के विषय में जानेंगे।
यदि आप भी इन फाइल सिस्टम क्या होते हैं और इनके प्रकार के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तब आपको यह article फाइल सिस्टम इन कंप्यूटर जरुर से एक बार तो पूरा पढ़ना चाहिए, इससे आपके मन में स्तिथ सभी doubts article ख़त्म होने तक और नहीं रहेंगे। तो फिर बिना देरी किये चलिए आगे बढ़ते हैं।
फाइल सिस्टम क्या है – What is File System in Hindi
File System एक प्रकार का तरीक़ा है जिसे की एक computer इस्तमाल करता है files को organize और manage करने के लिए एक storage device में। ये तैयार करता है एक structure वो भी folders और directories का जिससे की आपके Files को track किया जा सके।
जब आप save करते हैं कोई एक document, photo, या किसी अलग प्रकार की data को, तब file system record कर लेता है उसका name, location, और ज़रूरी जानकारी।
प्रत्येक computer system में सभी चीज़ों को files के हिसाब से store किया जाता है. ये files मुख्य रूप से या तो data files होते हैं या फिर application files. हरेक operating system का अपना ही तरीका होता है data को organize करने का वो भी internally।
यहाँ पर operating system इस management को perform करता है एक program की मदद से जिसे की File System कहा जाता है. यहाँ पर file system की type ही ये तय करती है की कैसे data और programs को access किया जाये. साथ में ये यह भी determine करती है की users के पास किस level की accessibility available होती है।
फाइल सिस्टम क्या होते हैं?
फाइल सिस्टम एक तरीका होता है जहाँ की files को name किया जाता है और जहाँ उन्हें place किया जाता है logically storage और retrieval के लिए।
बिना एक file system के, stored information को isolate करना individual files में कठिन काम है और ऐसे में उन्हें identify कर retrieve करना और भी कठिन हो जाता है. जैसे जैसे data capacities increase होती है, तब उनकी organization और individul files की accessibility और ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है data storage में।
Digital file systems और files को यह नाम और ऐसे modelled किया गया केवल paper-based filing systems के बाद ही वो भी समान logic-based method का इस्तमाल कर documents को store कर और retrieve कर।
File systems अलग होते हैं अलग अलग operating systems (OS) में, जैसे की Microsoft Windows, macOS और Linux-based systems में. कुछ file systems को design किया गया होता है कुछ specific applications के लिए।
वहीँ Major types की file systems में होते हैं distributed file systems, disk-based file systems और special-purpose file systems।
फाइल सिस्टम का Architecture
हर File System में दो या तीन परतें (layers) होती हैं. कभी-कभी File System में सभी परतें (layers) स्पष्ट रूप से अलग अलग हो जाती हैं, और कभी-कभी सभी layer के फ़ंक्शन को संयुक्त करके एक layer में कर दिया जाता है. ये उस कार्य के ऊपर निर्भर करता है की इसे कैसे किया जाये।
1. Logical file system
ये फाइल सिस्टम यूजर एप्लीकेशन से सम्बंधित होता है, जैसे किसी एप्लीकेशन प्रोग्राम के अंतर्गत फाइल को ओपन (OPEN) करके उसके डाटा को रीड (READ) करना और फिर फाइल को क्लोज (CLOSE) करने के लिए एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफ़ेस (Application Program Interface) प्रदान करवाता है।
यह layer file access, डायरेक्टरी सम्बंधित कार्य और सुरक्षा सम्बंधित ऑपरेशन उपलब्ध करवाता है।
2. Virtual file system (optional)
यह लेयर हर File System में मौजूद हो ऐसा जरुरी नहीं है, इस लेयर का प्रयोग वर्चुअल फाइल को प्रबंधित करने के लिए किया जाता है।
3. Physical file system
यह लेयर स्टोरेज डिवाइस (जैसे डिस्क) के भौतिक संचालन से संबंधित है. यह पढ़ने या लिखे जाने वाले भौतिक ब्लॉकों को संसाधित करता है।
यह buffering और Memory Management को हैंडल करता है और स्टोरेज माध्यम पर विशिष्ट स्थानों में ब्लॉक के भौतिक स्थान के लिए जिम्मेदार है। भौतिक फ़ाइल System Device Drivers के साथ या स्टोरेज डिवाइस को चलाने के लिए चैनल के साथ इंटरैक्ट करता है।
File Systems कैसे काम करते हैं?
एक file system जो की data को store और organize करता है, उसे हम एक ऐसे index का type समझ सकते हैं जो की storage device के सभी data को index करती है. ये devices कुछ भी हो सकते हैं जैसे की hard drives, optical drives और flash drives.
File systems बहुत सी चीज़ों को specify करती है जैसे की files की naming, किसी नाम में maximum number की characters को रखना, कौन सी characters का इस्तमाल किया जा सकता है, और ऐसे बहुत कुछ. क्यूंकि बहुत से file systems में file names case sensitive नहीं होता है।
File के साथ साथ, file systems बहुत से अलग information भी रखती है जैसे की file की size, उसके attributes, location और hierarchy directory में और metadata में भी।
Metadata बड़ी ही आसानी से identify कर सकती है free blocks की available storage उस drive में और कितनी space अभी available है।
एक file system में एक format भी included होता है जो की ये specify करता है file तक का path उसकी directory के structure से. एक file को place किया जाता है एक directory में – या एक folder में Windows OS के – या subdirectory के एक desired place में वो भी एक tree structure में।
PC और mobile operating systems की file systems में files को place किया जाता है एक hierarchical tree structure में।
Storage Medium में files और directories को create करने से पहले, partitions को सही जगहों में पहले रखना चाहिए. एक partition ऐसा region होता है hard disk का या किसी दुसरे storage का जिसे की OS separately manage करता है।
एक file system रखा जाता है primary partition में, और कुछ OSes तो एक ही disk में multiple partitions को allow करती हैं. ऐसे situation में, अगर एक file system corrupt हो जाता है, तब दुसरे partition में स्तिथ data पूरी तरह से safe होती है।
फाइल सिस्टम के प्रकार (Operating Systems के हिसाब से)
वैसे तो File Systems के बहुत से प्रकार मेह्जुद हैं, सभी के अलग अलग logical structures और properties, जैसे की speed और size. ये file system के प्रकार Os के हिसाब से अलग हो सकते हैं या फिर OS के जरूरतों के हिसाब से।
तीन सबसे common PC operating systems हैं Microsoft Windows, Mac OS X और Linux. वहीँ Mobile Operating System में Apple iOS और Google Android शामिल हैं।
वहीँ यहाँ आगे हम इन Major file systems के विषय में ही जानेंगे:
1. File allocation table (FAT)
यह File System को support करता है Microsoft Windows OS. FAT को बहुत ही simple और reliable consider किया जाता है, और इसे modeled किया गया है legacy file systems के बाद ही।
FAT को सन 1977 में design किया गया था floppy disks के लिए, लेकिन बाद में इन्हें hard disks के लिए भी adapt कर लिया गया. जहाँ ये बहुत ही efficient और compatible होता है प्राय सभी current OSes के साथ, वहीँ FAT अभी के modern file systems के साथ match नहीं कर सकता है उनके performance और scalability को अगर तुलना किया जाये तब।
2. Global file system (GFS)
यह file system मुख्य रूप से Linux OS में इस्तमाल किया जाता है. यह एक shared disk file system होता है. GFS offer करता है direct access shared block storage को और साथ में इसे एक local file system के हिसाब से भी इस्तमाल किया जा सकता है।
GFS2 एक updated version है Original GFS का, इसमें ऐसे features मेह्जुद हैं जो की आपको original GFS में देखने को नहीं मिल सकते हैं, जैसे की एक updated metadata system. GNU General Public License के तहत, दोनों GFS और GFS2 file systems available होते हैं एक free software के हिसाब से।
3. Hierarchical file system (HFS)
इन HFS को developed किया गया था Mac operating systems में इस्तमाल करने के लिए. HFS को refer किया जाता है एक Mac OS Standard के तोर पर, वहीँ इनके बाद Mac OS Extended ने उनका स्थान लिया।
इसे Originally introduce किया गया था सन 1985 में वो भी floppy और hard disks के लिए, HFS ने पूरी तरह से original Macintosh file system को replace कर दिया. वहीँ इसे CD-ROMs में भी इस्तमाल किया जा सकता है।
Windows File System के प्रकार
यूँ तो Windows File Systems के भी बहुत से प्रकार मेह्जुद हैं लेकिन उनमें भी कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण हैं. तो चलिए उन्ही के विषय में जानते हैं।
1. FAT File System
FAT का full form होता है “File Allocation Table”. File Allocation Table (FAT) एक ऐसा file system होता है जिसे की create किया गया है Microsoft के द्वारा सन 1977 में।
इस file allocation table का इस्तमाल किया जाता है operating system के द्वारा files को locate करने के लिए disk में. एक file को divide किया जा सकता है बहुत से sections में और scattered भी किया जा सकता है disk के चारों तरफ fragmentation के कारण. FAT एक file के सभी pieces के विषय में track रखती है।
DOS systems में, FAT को store किया जाता है boot sector के बाद. इन file system का इस्तमाल PC के आने के बाद से ज्यादा होने लगा।
FAT अभी भी एक preferred file system के तोर पर इस्तमाल होता है वो भी floppy drive media और portable, high capacity storage devices जैसे की flash drives और दुसरे solid-state memory devices जैसे की SD cards में।
2. FAT32 File System
FAT32 एक advanced version है FAT file system का. ये उन drives में इस्तमाल किया जा सकता है जिनकी memory 512 MB से 2TB तक की size की हो. एक बहुत ही महत्वपूर्ण feature है FAT और FAT32 की वो offer करती है compatibility दुसरे operating systems के साथ भी जो की Windows 2000 से अलग ही क्यूँ न हो।
File Systems इतने सारे क्यूँ होते हैं?
सभी file systems समान नहीं होते हैं. Different file systems की different ways होती हैं data को organize करने की. कुछ file systems दूसरों से faster होते हैं, कुछ में additional security features होती हैं, और कुछ support करती हैं drives जिनमें बड़े storage capacities होते हैं वहीँ कुछ केवल उन्ही drives में काम करते हैं जिनकी storage capacity कम हो।
हमें फाइल सिस्टम की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
फाइल सिस्टम की मदद से files को व्यवस्थित रूप से store किया जा सकता है। इससे ज़रूरत होने पर उन्हें आसानी से access किया जा सके।
NTFS Full Form क्या है?
NTFS का Full Form है New Technology File System।
आज आपने क्या सीखा
मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख फाइल सिस्टम क्या है (What is File System in Hindi) जरुर पसंद आई होगी. मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को फाइल सिस्टम इन कंप्यूटर के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये
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Sir I’m very thankful to you for this brief note.
Thank❤
Sir
Information of computers
Thanks
Sir blogger me hum html ke tag use kar sakte hai
Sir ek baat bataye jin software se pc ka data recover ho sakta h unhi software se hamare phone ka data bhi recover ho sakta h…..
Means sir agar jaise koi data recovery software h or wo ntfs se formatted data ko recover krta h to wo software hamre ph ke data ko bhi recover kr sakta h ya sirf pc ke data ko recover krta h…..
Sir hamare phone ki internal memory bhi ntfs file system hoti h kya …..
Prabhanjan ji bahut he badhiya jankari pradan ki hai. aap aise hi naye naye topics par aur jyada articles likhe. ye article bahut he helpful hai.
सर एक बात जानना है मेरा ब्लॉग वर्डप्रेस पर है गूगल ऐडसेंस का अप्रूवल है क्या मैं एडसेंस एड के साथ-साथ अमेजॉन या फ्लिपकार्ट एफिलिएट लिंक भी डाल सकता हूं
जी हाँ, लगा सकते है.
good information sir