क्या आप जानते है Pendrive Ko Bootable Kaise Banaye? एक समय था जब हम अपने system मेंन Windows को install करने के लिए CD या DVD का इस्तमाल करते थे। लेकिन ज़माना बदल रहा है अब हम CD या DVD के जगह में Pen Drive का इस्तमाल करते हैं। अब आपके मन में ये सवाल जरुर आ रहा होगा की ऐसे करने के लिए पेन ड्राइव को बूटेबल कैसे बनाये?
कई लोगों को ये काम बहुत ही कठिन लगता है इसलिए वो किसी computer दुकान या कोई Computer technicians के पास जाते है। वो की उनसे करीब Rs.200 से Rs.300 का charge करता है System Format का Windows को install करने के लिए। वहीँ अगर में कहूँ की अब आपको कोई भी पैसों का भुक्तान नहीं करना पड़ेगा और आप खुद ही ये काम आसानी से कर सकते हैं।
जी हाँ दोस्तों में झूठ नहीं बोल रहा हूँ। USB Pendrive को bootable बनाना बहुत ही आसान बात है। इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को Pendrive को bootable कैसे करे के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे आपको भी इसमें कोई तकलीफ न हो और आपको ये करने के लिए किसी के ऊपर निर्भर करना नहीं पड़ेगा।
तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और बूटेबल पेन ड्राइव कैसे बनाएं की पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं।
Booting क्या है?
जब हम अपना Computer start करते हैं, तब ऐसे कुछ operations होते हैं जो की हमारा computer अपने आप ही perform करने लगता है। इन्ही operations को ही Booting कहा जाता है।
Booting की प्रक्रिया में, System सभी Hardwares और Softwares को check करता है की वो सही ढंग से installed है या नहीं या ठीक रूप से attached है या नहीं। साथ ही वो जरुरत के सभी files को System में load कर देते हैं।
इस Booting की प्रक्रिया में सभी files जिन्हें की store किया जाता है ROM Chip में उन्हें load किया जाता है System के सही रूप से running के लिए। साथ ही इसमें System उन files से सभी information को read करता है जो की ROM Chip में installed हों।
Booting के बाद System automatically ही सभी informations को display कर देता है। यदि आप Booting की process को details में जानना चाहते हैं तब आपको नीचे के paragraphs को ठीक से पढना होगा, जहाँ मैंने पूरी प्रक्रिया को समझाने की कोशिश करी है।
Booting के प्रकार
वैसे तो Booting के मुख्य रूप से दो ही प्रकार होते हैं, जो की हैं
1) Warm Booting
Warm Booting को perform करने का मतलब होता है अपने Computer को restart करना। इसे Soft Boot भी कहा जाता है।
एक warm boot को typically initiate किया जाता है operating system से ही, न की Computer में power button को ON करके किया जाता है। उदाहरण के लिए, Windows System में एक warm boot perform करने के लिए आपको Start Menu से Restart का option choose करना होता है।
Warm booting (जो की असल में computer को restarting करना होता है) बहुत ही ज्यादा common होता है cold booting की तुलना में क्यूंकि ज्यादातर users अपने computers को sleep mode में ही रखना पसंद करते हैं जब वो उसे इस्तमाल नहीं कर रहे होते हैं।
वैसे माना की एक warm boot में power on self test (POST) का इस्तमाल नहीं किया जाता जैसे की Cold boot में किया जाता है, लेकिन इसमें बाकि की सभी boot sequence को किया जाता है।
2) Cold Booting
Cold Booting को perform करने का मतलब होता है Computer को चालू करना Power Button के इस्तमाल से। इसे “hard boot” भी कहा जाता है, जिसका मतलब है की Computer को start करना जब वो turned off state में होता है।
इसे अक्सर Warm Boot के contrast में इस्तमाल किया जाता है, जिसका मतलब होता है Computer को केवल restart करना, जो की पहले से ही turned on हो। एक cold boot को करने के लिए Power Button को जरुर से इस्तमाल होता है।
दोनों cold boot और warm boot system के RAM को clear करते हैं और boot sequence को scratch से perform करते हैं। लेकिन एक cold boot के विपरीत, एक warm boot में सभी system caches clear हो भी सकते हैं या नहीं भी, इन caches में temporary information store होते हैं।
Additionally, cold boot में “power on self test” (POST) perform किया जाता है , जिसमें की boot sequence की शुरुवात से ही एक series की system checks को किया जाता है।
वैसे दोनों warm boot और cold boot similar होते हैं, लेकिन cold boot में system की पूरी तरह से reset हो जाती है Warm Boot की तुलना में। इसलिए Computer की troubleshooting के दौरान Cold Boot या complete turn off को ज्यादा preference दिया जाता है।
Booting कैसे काम करता है?
Booting को समझने से पहले चलिए कुछ चीज़ों को समझते हैं।
आपका operating system (Windows/Linux/Mac), हमेशा आपके hard drive / SSD में ही store होता है, बाकि configurations के साथ। ये operating system hard drive से ही operate नहीं होते हैं, क्यूंकि secondary storage devices ज्यादा slow होते हैं।
इसलिए OS (जो की असल में एक program होता है), उसे Main Memory (RAM) में load किया जाता है, जो की बहुत ही fast होता है, और इसे बड़े ही आसानी से processed किया जाता है CPU से सभी प्रकार के tasks को perform करने के लिए।
इसलिए, booting में OS को load किया जाता है (precisely ये kernel होता है एक component OS का) main memory में।
जब आप System को power on करते हैं, जो पहला चीज़ fire up होता है वो है BIOS (जिसमें आपको Manufacturer’s का LOGO दिखाई पड़ेगा)। ये BIOS (Basic Input Output System) ही होता है जो की एक छोटे program को load करता है एक special location से आपके hard drive में (जिसे की लोग MBR / boot partition कहते हैं), और इसे bootloader कहा जाता है।
ये bootloader ही होता है, जो की responsible होता है kernel को loading के लिए, और primary processes, जो बाद में सभी छोटे बड़े processes को धीरे धीरे load करता है, और आप login screen तक पहुँच जाते हैं, जिसमें बहुत से processes background में run कर रहे होते हैं।
Pendrive Ko Bootable Kaise Banaye
चलिए जानते हैं की Pendrive Ko Bootable Kaise Banaye?
सभी को पता है की CD/DVD का trend अभी और नहीं है, यूँ कहे तो ये market से जा चूका है। ज्यादातर users try करते हैं Windows को install करना अपने pendrive से। लेकिन इसके लिए Pendrive को पहले bootable करना होता है, Windows को install करने के लिए system में।
सुनने में ये जितना simple लगता है, ठीक वैसे ही करने में भी ये उतना ही simple होता है। आप आसानी से अपने laptop या desktop में bootable usb pendrive के मदद से मन चाह Windows install कर सकते हैं। लेकिन अक्सर लोगों को ये पता नहीं होता है की आखिर Pendrive को Bootable कैसे बनाये?
आप लोगों की इसी परेशानी को हल करने के लिए मैं दो आसान methods बताने वाला हूँ जिससे आप बड़े ही आसानी से Rufus bootable pendrive create कर सकते हैं। वो दोनों Methods हैं..।
1. बूटेबल पेन ड्राइव सॉफ्टवेयर Rufus के इस्तमाल से
2. Bootable USB Create करें ISO से run command के मदद से
कोई भी Bootable USB pendrive create करने से पहले हमें Windows की ISO File की जरुरत होती है, जिसे आप अपने system में install करना चाहते हैं। इसलिए अपने पास पहले ISO file रखें।
Rufus Bootable Pendrive का इस्तिमाल करें
Step 1. सबसे पहले Download करें Rufus.exe [File Size: 1 MB] file from link।
Step 2. अपना pendrive insert करें और साथ में Rufus File को download कर लें।
Step 3. Click करें DVD icon पर और select करें Windows.iso file को।
Step 4. फिर Start पर click करें और wait करें जब तक की ये process complete न हो जाये। ये process को ख़त्म होने के लिए कुछ minutes का समय लगता है सभी iso file को pendrive में copy करने के लिए।
एक बार पूरा process correctly complete हो जाये तब आपका pendrive ready हो गया है windows को install करने के लिए।
Run Command से Bootable Pen Drive बनाये
आपको ये command method तोडा कठिन लग सकता है, यदि हम इसकी तुलना करें Rufus method से तब। लेकिन घबराने की कोई भी बात नहीं है क्यूंकि मैं आप लोगों को पुरे process के steps बताने वाला हूँ।
मैं आपको बता देना चाहता हूँ की यह tutorial “pendrive को Bootable कैसे करें “ windows 10 में test किया गया और इसे सफल भी पाया गया है।
Step 1# Insert करें USB flash drive को आपके computer में
Step 2# USB flash drive को प्लग करें
आपकी USB flash drive को Computer के किसी भी rectangular USB ports में plug करें। Flash drives केवल एक way में fit होता है, इसलिए USB drive को enter करते वक़्त ज्यादा force का इस्तमाल न करें, अगर वो Fit नहीं होता है।
- याद रखें की ये USB flash drive कम से कम 8 gigabytes या उससे ज्यादा space का होना चाहिए जिससे की आप इसमें सभी प्रकार की operating system installation files को accommodate कर सकें।
Step 3# Open करें Start
Click करें Windows logo को जो की Screen के bottom-left corner में स्तिथ होता है।
Step 4# इसमें Type करें Command Prompt
ऐसा करने से ये आपके computer में स्तिथ Command Prompt program को search कर देगा।
Step 5# Right-click करें Command Prompt
यह एक black box होता है Start Window के top में। इससे आपको एक drop-down menu आने के लिए prompt करेगा।
- अगर आपके mouse में right-click button नहीं होता है, तब click करें mouse के right side में, या इस्तमाल करें दोनों fingers को mouse को click करने के लिए। अगर आपके computer में एक trackpad का इस्तमाल होता है mouse के जगह में, तब दोनों उँगलियों का इस्तमाल करें trackpad में tap करने के लिए और press करें trackpad के bottom-right side को.
Step 6# Click करें Run as Administrator
यह drop-down menu में स्तिथ होता है।
आपको Yes Click करना होता है जब वो prompt करे तब।
इससे आपका decision confirm हो जायेगा और Command Prompt open हो जायेगा।
Step 7# Enter करें “partition
” command
फिर Type करें diskpart और फिर press करें Enter। आपको confirm करने के लिए prompt करेगा decision को confirm करने के लिए।
Step 8# सभी Connected drives की list को खोलें
इसके लिए Type करें list disk Command Prompt, फिर press करें ↵ Enter।
अपने USB flash drive को खोजें
अपने flash drive का name, letter, और size को खोजें उसे identify करने के लिए।
- अगर आपको पता नहीं है की कौन सा आपका flash drive है, तब उस flash drive को unplug कर दें, फिर से “
disk list
” command को run करें, ऐसा करने से आपको उस disk के विषय में पता चल जायेगा। ये flash drive अक्सर menu का bottom disk होता है.
Step 9# Select करें आपके flash drive को
Type करें select disk number Command Prompt में और इस बात का ख्याल रखें की उस “number” को replace करें flash drive के number के साथ जैसे की list में present किया गया है और फिर उसके बाद Enter press करें।
Erase करें flash drive के सभी contents को.
Type करें clean
और फिर Enter press करें।
Flash Drive में एक नया partition create करें.
इसके करने के लिए :
- Type करें
create partition primary
और Enter press करें - Type करें
select partition 1
और Enter press करें - Type करें
active
और Enter press करें
Step 10# Format करें flash drive को
Type format fs=fat32 quick
Command Prompt में, फिर press ↵ Enter।
अगर आपको कोई error आता है USB creation में, तब इस process को repeat करें ये लिखकर format fs=ntfs quick
command prompt में उसके जगह में।
Step 11# USB Drive को एक letter assign करें
Type करें assign
और press करें ↵ Enter। आपको एक confirmation message दिखाई पड़ेगा Command Prompt window में।
Step 12# Command Prompt Window(s) को Close कर दें
अब आपका USB drive bootable हो चूका है, इसका मतलब है की आप अभी एक operating system का ISO file या एक Computer की hard drive की image को USB Drive में install कर सकते हैं another computer में।
आप चाहें तो windows को install कर सकते हैं bootable USB pen drive में। आप चाहें तो BIOS setting से boot priority को बदल सकते हैं और select करें primary boot device USB pen drive या flash drive को।
क्या WARM BOOTING में कम्प्यूटर बंद हो जाता है?
जी नहीं, WARM BOOTING PROCESS के अंदर कंप्यूटर बिल्कुल पूरी तरह से बंद नहीं होता है।
BOOTING कितने प्रकार की होती है?
कंप्यूटर में बूटिंग दो प्रकार के होते हैं; Cold booting और Warm Booting।
पेन ड्राइव का दूसरा नाम क्या है?
इसे Usb flash drive भी कहते है।
आज आपने क्या सीखा
मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख Pendrive Ko Bootable Kaise Banaye जरुर पसंद आई होगी। मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की readers को USB Pendrive को Bootable कैसे करे के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाये जिससे उन्हें किसी दुसरे sites या internet में उस article के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही नहीं है।
इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे। यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं।
यदि आपको यह post बूटेबल पेन ड्राइव कैसे बनाएं हिंदी में पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये।
Jab hum bootable pendrive banate hai to ,diskpart,ke bad listdisk karte hai to list disk ko not creation dikhata hai iska kya matlab hai
Use of command prompt is the best methord to make bootable pendrive.
Bhai, agar hum pen drive ko boot table bana chuke hai to, aur jab hum pc ko formet karte hai to windows 7, windows 8.1 ka packeg rahna jaruri hoga
Kya 16gb pen drive me do window 7and 10 Bootable बना sakte hai
Han, bana sakte hai.
Isse aur asan trike se batayen kyuki rufus se achha koi aur software ho jo aur asani se bootable pen derive bna sake to uske bare me bhi btayen
We can make our pendrive bootable without Refus File?
ji kar sakte hain.
Very impressive article
Booting most important hai computer ke liye.
Jaise hum logo ko knowledge ki need hoti hai.
Incorrect description of Cold and warm boot.
Cold is when we use power button.
Hot is when we restart using UI.
Gajju जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद् गलती को सुधारने के लिए. यदि आपको और कोई mistake मिले तो आप हमें comment में लिख सकते हैं.